पहली नजर में ही जया को दिल दे बैठे थे Amitbah Bachchan, अपने दोस्त से कह दी ये बात
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पहली नजर में ही जया को दिल दे बैठे थे Amitbah Bachchan, अपने दोस्त से कह दी ये बात

अमिताभ बच्चन (Amitbah Bachchan) पहली बार जया से पुणे फिल्म इंस्टीट्यूट में मिले थे. जया वहां से एक्टिंग का कोर्स कर रही थीं और उन दिनों फिल्मों में स्ट्रगलर अमिताभ वहां अपने दोस्त से मिलने गए थे. 

फाइल फोटो

नई दिल्ली: बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता अमिताभ बच्चन (Amitbah Bachchan) और जया भादुड़ी बच्चन हाल ही में  अपनी शादी की 47वीं सालगिरह को सेलिब्रेट किया. इन दोनों की शादी 3 जून 1973 में हुई थी. अमिताभ बच्चन ने 3 जून के सुबह अपनी शादी की कुछ तस्वीरें ट्विटर पर साझा की थी और लिखा था, जंजीर की कामयाबी को सेलिब्रेट करने हम कुछ दोस्त लंदन जा रहे थे. मेरे बाबूजी (डॉ. हरिवंश राय बच्चन) ने पूछा, तुम किसके साथ जा रहे हो. मैंने जब उनका नाम बताया तो उन्होंने कहा कि मैं उनसे पहले विवाह करूं, फिर साथ जाऊं. मैंने उनकी आज्ञा का पालन किया.

अमिताभ बच्चन के इस ट्वीट से अगर ऐसा लग रहा है कि उन्होंने अपने पिताजी के कहने पर जंजीर की हीरोइन जया भादुड़ी से शादी की थी तो यह गलत है. दरअसल, अमिताभ पहली बार जया से पुणे फिल्म इंस्टीट्यूट में मिले थे. जया वहां से एक्टिंग का कोर्स कर रही थीं और उन दिनों फिल्मों में स्ट्रगलर अमिताभ वहां अपने दोस्त से मिलने गए थे. उन्होंने स्टेज पर जया को परफॉर्म करते देखा और बिना यह जाने के एक्ट्रेस कौन है, अपने दोस्त से कहा, मैं इस लड़की से शादी करूंगा. अमिताभ के लिए यह पहली नजर का प्रेम था. फिल्म इंस्टीट्यूट से निकलने के बाद जया को 'गुड्डी' जैसी फिल्मों से एकदम से कामयाबी मिल गई.

जया भादुड़ी अपने करियर को ले कर गंभीर थीं और अच्छी फिल्मों में काम करना चाहती थीं. दूसरी तरफ अमिताभ की फिल्में एक के बाद एक पिट रही थीं. अमिताभ ने फिल्म इंडस्ट्री छोड़ने का मन बना लिया. जया ही थीं, जो हमेशा उन्हें साहस देती थीं. जंजीर में दरअसल पहले धर्मेंद्र काम करने वाले थे. उनके पास डेट्स की समस्या थी. इसके बाद देव आनंद को साईन किया गया. देव साहब ने कहा कि स्क्रिप्ट में उन्हें कुछ बदलाव चाहिए. उस समय के सुपर लेखक सलीम-जावेद ने इसके लिए मना कर दिया.

राजेश खन्ना ने भी यह कह कर मना कर दिया कि इस फिल्म से उनके रोमांटिक इमेज वाली छवि को नुकसान पहुंचेगा. निर्देशक प्रकाश मेहरा को लग रह था कि उन्हें यह फिल्म शेल्व करना पड़ेगा. सलीम-जावेद उनके सामने अमिताभ बच्चन को लगे का प्रस्ताव ले कर आए. बॉम्बे टु गोआ फिल्म में अमिताभ के काम से वे दोनों खासे प्रभावित थे. खासकर शत्रुघन सिन्हा के साथ फाइट के सींस से. प्रकाश मेहरा ने एकदम से मना कर दिया. सलीम उन्हें बाम्बे टु गोआ दिखलाने ले गए. प्रकाश जी तब भी कन्वींस नहीं हुए. इसके बाद जब कैरेक्टर आर्टिस्ट प्राण ने भी अमिताभ के
काम की तारीफ की, तब जा कर अमिताभ का साइन किया गया.

फिर बात आई हीरोइन की. कोई भी बड़ी हीरोइन अमिताभ के साथ काम करने को तैयार नहीं थी. अमिताभ ने कहा, वे इस फिल्म के लिए जया को ले कर आएंगे. जया ने पूछा था कि अगर वो इस फिल्म में काम करेगी तो वो उन्हें क्या देंगे? अमिताभ ने कहा था- फिल्म हिट होगी तो वे उन्हें घुमाने लंदन ले चलेंगे. जया की ख्वाहिश थी लंदन देखने की.

जया के नाम पर प्रकाश मेहरा ने मोहर लगा दी. इस फिल्म के बनने के दौरान अमिताभ और जया की दोस्ती भी प्यार में बदल गई. फिल्म जबरदस्त हिट हो गई. लंदन जाने से पहले बड़े सादे ढंग से मलाबार हिल में जया के दोस्त के घर हुई. अमिताभ बच्चन ने ही बताया था कि जब शादी के लिए तैयार हो कर वे अपनी गाड़ी में मलाबार हिल्स जाने की तैयारी कर रहे थे, उनके ड्राइवर नागेश ने उनसे कहा- दूल्हे राजा को गाड़ी में मंडप मैं ले कर जाऊंगा.

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