Nutan Life Story: आज जब भी किसी फिल्म का प्रीमियर होता है तो स्टार कास्ट को खासतौर पर तवज्जो दी जाती है लेकिन 1951 में जब नगीना फिल्म का प्रीमियर हुआ तो नजारा कुछ और ही देखने को मिला था. फिल्म की हीरोईन थीं नूतन जिन्होंने अपने करियर में एक से बढ़कर एक फिल्म में काम किया और दमदार व अमिट छाप छोड़ने वाले किरदार निभाए. लेकिन जब वो नगीना के प्रीमियर पर पूरे उत्साह में पहुंचीं तो वॉचमैन ने उन्हें अंदर जाने से ही रोक दिया और काफी देर तक नूतन गेट पर ही खड़ी रही थीं. 


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शम्मी कपूर के साथ पहुंची थीं प्रीमियर पर
रिपोर्ट्स की माने तो नगीना का प्रीमियर उस वक्त मुंबई के एक थियेटर में रखा गया था जिनमें उस दौर की हिंदी सिनेमा से जुड़ी बड़ी हस्तियों को बुलाया गया था. फिल्म की हीरोईन नूतन तब काफी एक्साइटेड थीं क्योंकि उन्हें लगा था कि जैसे ही वो पहुंचेंगी तो उनका जबरदस्त वेलकम किया जाएगा लेकिन हुआ इससे पूरी तरह उलट. वो शम्मी कपूर के साथ सज धज कर पहुंचीं लेकिन वॉचमैन ने उन्हें गेट पर ही रोक दिया और लाख कहने के बाद भी अंदर जाने ही नहीं दिया. दरअसल, इसके पीछे एक खास वजह थी. जो वाकई हैरान करने वाली थी.   


इस वजह से नूतन को नहीं मिली एंट्री
हीरोईन होने के बाद भी एंट्री ना मिलना नूतन के लिए काफी बड़ी बात थी. लेकिन इसके पीछे की जो वजह थी वो भी काफी हद तक जायज थी. दरअसल, नगीना फिल्म में काफी हॉरर सीन थे जिस वजह से ये फिल्म नाबालिगों के लिए बैन थी और दिखने में नूतन उस वक्त महज 15 साल की लगती थी. यही वजह थी कि वॉचमैन ने नाबालिग समझकर उन्हें अंदर जाने से रोका. नूतन ने अपने करियर में खूब काम किया. बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट ही उन्होंने इंडस्ट्री में एंट्री ले ली थी. लेकिन कम उम्र में ही उनका निधन हो गया. 1951 में महज 54 साल की उम्र में उन्होंने दुनिया को अलविदा कहा.