रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जिस तरीके से टेरिरज्म बढ़ रहा है, ऐसे में बायो केमिकल अटैक की घटनाओं से इनकार नहीं किया सकता है.
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नई दिल्ली: अपने एक दिवसीय दौरे पर केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज ग्वालियर पहुंचे. ग्वालियर पहुंचकर उन्होंने सबसे पहले डीआरडीई के वैज्ञानिकों के साथ एक घंटे तक बैठक की. इस बैठक में उन्होंने डीआरडीई में हो रहे शोध कार्यों के बारे में विस्तार से जाना, इसके साथ ही उनके द्वारा जो नए आविष्कार किए गए हैं उनको भी देखा. इसके बाद अपने भाषण में रक्षा मंत्री ने कहा कि जिस तरह से हमारी लैबों में काम हो रहा है उसका अंदाज अगर देश विरोधी ताकतों और पाकिस्तान को लग जाए तो उनके होश उड़ जाएंगे.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जिस तरीके से टेरिरज्म बढ़ रहा है, ऐसे में बायो केमिकल अटैक की घटनाओं से इनकार नहीं किया सकता है. इसके लिए आवश्यक है कि जहां हमारी सेना तैनात रहती है और अन्य महत्वपूर्ण स्थलों पर तैनात लोग वह इस तरह के हमलों से बचने के लिए अपने पास पर्याप्त इंतजाम रखें. इसके साथ ही इस तरह के हमलों से निपटने के लिए वह उनको प्रशिक्षण भी मिले. साथ ही उन्होंने कहा कि आज जब मैंने डीआरडीई में किए गए विभिन्न आविष्कारों को देखा तो इस बात को लेकर वह पूर्णता आश्वस्त हैं कि भारत किसी भी तरह के बायोकेमिकल अटैक से लड़ने के लिए तैयार है.
Defence Minister Rajnath Singh in Gwalior, Madhya Pradesh: The threat or use of chemical and biological weapons is a possible condition of future warfare and could occur in any stages of war to disrupt nation’s function and infrastructure" pic.twitter.com/P7eWzD0LQv
— ANI (@ANI) September 20, 2019
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जिस हिसाब से भारत की सेना सीमाओं पर देश सुरक्षा में लगी हुई है वैसे ही देश के अंदर डीआरडीई के वैज्ञानिक काम कर रहे हैं. इन वैज्ञानिकों का योगदान भले ही पब्लिक को नहीं पता हो लेकिन आज यहां आकर जिस तरह की चीजें हमने देखी हैं वह वास्तव में बहुत ही काबिले तारीफ है. साथ ही उन्होंने कहा कि डीआईडीई लैब के द्वारा जो अविष्कार किए जा रहे हैं उनको वह पब्लिक मीटिंग में जनता के बीच बताएंगे, इसके साथ ही उन्होंने देश विरोधी ताकतों और पाकिस्तान को इशारों ही इशारों में नसीहत देते हुए कहा कि हमारी लैबों में बहुत सारी ऐसी चीजें तैयार हो रही हैं जिसके बारे में अगर मैं पब्लिकली बोल दूं तो हड़कंप मच जाएगा.
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ग्वालियर डीआरडीई की 200 मीटर की परिधि में आने वाले भवनों को हटाए जाने के हाई कोर्ट के आदेश पर उन्होंने कहा डीआरडीओ को नई जगह जमीन देने का मामला अभी मध्यप्रदेश कैबिनेट में लंबित है. जैसे ही यह मामला वहां से पास होगा उसके बाद वह यह प्रयास करेंगे दायरे को कम से कम किया जाए ताकि यहां रह रहे लोगों को परेशानियों का सामना ना करना पड़े.