बॉलीवुड के मशहूर सिंगर लकी अली (Lucky Ali) ने हलाल विवाद पर अपना एक बयान जारी किया है. उन्होंने कहा कि 'हलाल' की अवधारणा इस्लाम धर्म का पालन करने वाले लोगों पर ही लागू होती है. इसके साथ ही उन्होंने हलाल का मतलब भी समझाया है.
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नई दिल्ली: कर्नाटक में हिजाब विवाद के बाद अब हलाल मीट (Halal Meat Row) का मामला छिड़ गया है. इस पर लोग तरह-तरह के रिएक्शंस दे रहे हैं. अब हलाल मीट को लेकर पॉपुलर सिंगर लकी अली (Lucky Ali) ने एक बयान दिया है, जो चर्चा में है. उन्होंने फेसबुक पर एक पोस्ट करते हुए हलाल शब्द का मतलब समझाया है.
लकी अली (Lucky Ali) ने ये बातें तब कही हैं, जब भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सीटी रवि ने हलाल की तुलना 'आर्थिक जिहाद' से कर डाली. 'ओ सनम' और 'इक पल का जीना' जैसे गानों से पॉपुलर हुए लकी अली ने कहा कि 'हलाल' की अवधारणा इस्लाम धर्म का पालन करने वाले लोगों पर ही लागू होती है.
उन्होंने लिखा, 'प्रिय भारतीय भाइयों और बहनों, उम्मीद करता हूं कि आप सभी स्वस्थ होंगे. मैं आपको कुछ बताना चाहता हूं. 'हलाल' निश्चित तौर पर इस्लाम के बाहर के किसी भी व्यक्ति के लिए नहीं है. बात सिर्फ इतनी है कि कोई भी मुस्लिम ऐसा कोई भी उत्पाद नहीं खरीदेगा जैसा कि उनके यहूदी रिश्तेदार करते हैं, जो हलाल को कोशर के बराबर मानते हैं और तब तक कोई उत्पाद नहीं खरीदते जब तक कि यह सत्यापित न हो जाए कि उस उत्पाद की सामग्री उसके उपभोग की सीमाओं के अनुरूप है'.
'हलाल' एक अरबी शब्द है जिसका अंग्रेजी में अनुवाद 'जायज' है, जबकि 'कोशर' शब्द का इस्तेमाल यहूदी कानून की नियमावली के अनुसार तैयार भोजन के लिए किया जाता है. दिग्गज अभिनेता महमूद के बेटे लकी अली (Lucky Ali) ने कहा कि मुसलमानों और यहूदी लोगों समेत हर किसी को अपने उत्पाद बेचने के लिए कंपनियों को सामान पर 'हलाल' या 'कोशर' प्रमाणित लेबल लगाना होगा. अन्यथा मुस्लिम और यहूदी उनसे उत्पाद नहीं खरीदेंगे.
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