Manoj Bajpayee की बॉलीवुड को नसीहत, सेलेब्स की आंखें खोल देने वाली बात कही
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Manoj Bajpayee की बॉलीवुड को नसीहत, सेलेब्स की आंखें खोल देने वाली बात कही

मनोज बाजपेयी (Manoj Bajpayee) लंबे समय से बॉलीवुड इंस्डस्ट्री में अपने काम की बदौतल नाम कमा रहे हैं. मनोज बाजपेयी बेहद टैलेंटेड एक्टर हैं और कम ही ऐसे इंडस्ट्री में एक्टर होंगे जो अपने अभिनय से इस शानदार एक्टर को टक्कर दे पाते हैं.

फाइल फोटो

नई दिल्ली: बॉलीवुड एक्टर मनोज बाजपेयी (Manoj Bajpayee) लंबे समय से फिल्म इंस्डस्ट्री में अपने काम की बदौतल नाम कमा रहे हैं. मनोज बाजपेयी बेहद टैलेंटेड एक्टर हैं और कम ही ऐसे इंडस्ट्री में एक्टर होंगे जो अपने अभिनय से इस शानदार एक्टर को टक्कर दे पाते हैं. हालांकि मनोज बाजपेयी के लिए भी बॉलीवुड में एंट्री करना और लंबे समय तक खुद को कायम रखना आसान नहीं था. मनोज बाजपेयी के लिए भी बॉलीवुड इंडस्ट्री में वंशवाद के बीच खुद को टिकाए रखना काफी चुनौती भरा रहा. हमारी सहयोगी वेबसाइट WION से बातचीत के दौरान मनोज बाजपेयी ने इंडस्ट्री में भाई-भतीजावाद पर खुलकर अपनी राय रखी.

  1. नेपोटिज्म पर बोले जमकर बोले मनोज बाजपेयी
  2. मनोज बाजपेयी की फिल्म 'भोसले' जल्द होगी रिलीज
  3. बॉलीवुड इंडस्ट्री में सालों से काम कर रहे हैं मनोज बाजपेयी

मनोज बाजपेयी की फिल्म 'भोसले' जल्द ही रिलीज होने वाली है. इस फिल्म में मनोज सेवानिवृत्त पुलिस ऑफिसर की भूमिका में नजर आएंगे. मनोज बाजपेयी ने नेपोटिज्म पर बात करते हुए कहा, 'दुनिया निष्पक्ष नहीं है. मैं ये 20 साल से कह रहा हूं कि इंडस्ट्री के तौर पर हम साधारण कोटि का जश्न मनाते हैं. हमारे विचारों और मूल्यों में कहीं न कहीं कमी है. जब हम प्रतिभा देखते हैं तो उसे हम अनदेखा करना चाहते हैं या फिर उसे दूर कर देते हैं. ये हमारे मूल्य हैं जो कि बेहद खोखले हैं.'

मनोज बाजपेयी ने आगे कहा, 'मैंने पहले भी कहा था कि हमारी इंडस्ट्री में काफी टैलेंटेड एक्टर हैं, जिन्हें उनकी सही जगह नहीं मिल पा रही है. हमें इस बात से कोई फर्क ही नहीं पड़ता है. अगर आप में प्रतिभा नहीं है और आपको यहां पर जगह मिल गई तो आप खुद को बहुत भाग्यशाली समझिए. इसी सिस्टम की मैं बात कर रहा हूं. अपने सिद्धांतों को लेकर बेहद ठंडी है ये इंडस्ट्री. मैं भी इसी इंडस्ट्री का एक हिस्सा हूं. मैंने अपने पिछले इंटरव्यू में भी ये कहा था कि हमें अपने अंदर झांकना चाहिए और उसे ठीक करना चाहिए. अगर हम अपनी गलतियों को नहीं सुधारते हैं तो हम लोगों का भरोसा जल्द ही खो बैठेंगे.'

इसके साथ ही मनोज बाजपेयी ने कहा, 'आप ऐसा नहीं कर सकते. आप प्रतिभा को नजरअंदाज नहीं कर सकते हैं. प्रतिभा को कुचल नहीं सकते. हर किसी को मौका देना चाहिए, चाहे वो अंदर का हो या फिर बाहर का. किसी ऐसे व्यक्ति को भी मौका दें जो कम सक्षम हो.' 

अपने इस इंटरव्यू में मनोज बाजपेयी ने कहा, 'इंजीनियरिंग की परिक्षा में आप अपने हुनर से अव्वल आते हैं लेकिन बॉलीवुड इंडस्ट्री में अगर आप टैलेंटेड हैं तो पहले आपसे लोग नफरत करेंगे. आपको लोग भगाने की कोशिश करेंगे. लोग आपको नजरअंदाज करने की कोशिश करेंगे.' मनोज बाजपेयी का यहां इशारा सुशांत सिंह राजपूत की तरफ था. मनोज बाजपेयी ने आगे कहा, 'यहां हर कोई मनोज बाजपेयी नहीं है जो पुश करने पर आपको पलट कर मुंहतोड़ जवाब दे दे. मैं मोटी चमड़ी का आदमी हूं. मुझे लोग गाली देते हैं तो मैं खुद को और मजबूत कर लेता हूं. मैं अलग जगह से आया हूं. मैं दूसरी मां का बेटा हूं. कभी-कभी मैं सोचता हूं कि मैं कैसे बच गया, तब मुझे लगता है ये किसी चमत्कार जैसा है. '

मनोज बाजपेयी ने कहा, 'हाल ही में मैंने किसी से पूछा कि दुनिया में ये आउटसाइडर और इनसाउडर कब से शुरू हुआ. केवल 20 साल पहले. इसका सबूत है. जब लोग इसे लेकर गुस्सा दिखाते हैं तो कहा जाता है कि ये गुस्सा जायज नहीं. आप प्रतिभाओं को मौका देकर, उन्हें सम्मान देखर आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं. तब जाकर आप एक बेहतर इंडस्ट्री की मिसाल दे सकते हैं. इस समय सही सवाल उठ रहे हैं. मुझे पता है कि काफी अराजकता और गंदगी है लेकिन आपको इन सवालों का जवाब ढूंढना होगा. तभी जाकर इसका समाधान निकलेगा. पहले हमें खुद को सुधारना होगा तब जाकर हम लोगों के सवालों का जवाब दे पाएंगे. नहीं तो ऐसे ही सोशल मीडिया पर हंगामा मचता रहेगा.'

आपको बता दें बॉलीवुड इंडस्ट्री में नेपोटिज्म को लेकर इन दिनों कई कलाकार लगातार आवाज उठा रहे हैं. फैंस का कहना है कि सुशांत सिंह राजपूत ने इंडस्ट्री नकारे जाने से तंग आकर आत्महत्या कर ली है. कंगना रनौत ने सबसे पहले सुशांत सिंह की आत्महत्या के बाद नेपोटिज्म को लेकर अपनी आवाज उठाई और अब कई दबी हुई आवाज खुलकर सामने आ रही हैं. 

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