मुंबई में रहने वाली मॉडल प्रीति जैन को फिल्मकार मधुर भंडारकर की हत्या की साजिश रचने का दोषी करार देकर तीन साल की कैद की सजा सुनाई गई है. साथ ही 10 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया है. सिविल एवं सेशन कोर्ट ने यह फैसला दिया है.
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नई दिल्ली : मुंबई में रहने वाली मॉडल प्रीति जैन को फिल्मकार मधुर भंडारकर की हत्या की साजिश रचने का दोषी करार देकर तीन साल की कैद की सजा सुनाई गई है. साथ ही 10 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया है. सिविल एवं सेशन कोर्ट ने यह फैसला दिया है.
बता दें कि प्रीति जैन वही मॉडल हैं, जिन्होंने मधुर भंडारकर पर रेप का आरोप लगाया था. प्रीति ने इससे पहले मधुर भंडारकर के खिलाफ रेप का केस दर्ज करवाया था.
मुंबई की एक अदालत ने प्रीति जैन को वर्ष 2005 में मधुर भंडारकर की हत्या करने के लिए गैंगस्टर अरुण गवली के गुर्गे नरेश परदेशी को पैसे देने का दोषी करार दिया है. कोर्ट ने अपने फैसले में प्रीति के दो अन्य साथियों नरेश परदेशी और शिवराम दास को साजिश रचने और अपराध में मदद के जुर्म में तीन साल की सजा सुनाई है. दो अन्य साथियों को सबूतों के अभाव में रिहा कर दिया गया.
Actor Preeti Jain and two others, convicted by a Mumbai court for giving money to gangsters to kill Madhur Bhandarkar in 2005
— ANI (@ANI_news) April 28, 2017
Actor Preeti Jain and two others, convicted by a Mumbai court for giving money to gangsters to kill Madhur Bhandarkar in 2005
— ANI (@ANI_news) April 28, 2017
Two including actor Preeti Jain sentenced to three years imprisonment by a Mumbai court, one gets two years jail
— ANI (@ANI_news) April 28, 2017
इस मामले पर मधुर भंडाकर ने भी एक ट्वीट करते हुए कहा कि वे अब आगे बढ़ चुके हैं.
Somethings are better left unsaid! Somethings are better left as they are. Life moves on, so have I.
— Madhur Bhandarkar (@imbhandarkar) April 28, 2017
कोर्ट के फैसले के बाद प्रीति जैन ने सजा को स्थगित करने की याचिका दायर की है. प्रीति पर आरोप था कि उन्होंने भंडारकर को मारने के लिए साल 2005 में परदेशी से मुलाकात की. प्रीति ने परदेशी को कथित तौर पर 75 हजार रुपए दिए, लेकिन काम नहीं हो पाया तो उन्होंने पैसे वापस मांगे.
इस पर मामला गैंगस्टर अरुण गवली के पास पहुंचा. उसने अपने आदमियों के जरिए पुलिस को जानकारी दी. पुलिस ने एक सप्ताह की जांच के बाद 10 सितम्बर 2005 को प्रीति के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया. उसी दिन परदेशी को गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने शिवराम दास को हथियार मुहैया कराने के आरोप में गिरफ्तार किया.