बालासाहेब के व्यक्तित्व रोल में ढाल पाना बहुत मुश्किल था : नवाजुद्दीन सिद्दीकी
`ठाकरे` के ट्रेलर लॉन्च के दौरान नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि किरदार को निभाने के लिए उनके दृष्टिकोण को पाना बहुत मुश्किल था.
नई दिल्ली : राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी का कहना है कि बड़े पर्दे पर दिवंगत राजनेता बाल ठाकरे का किरदार निभाने के लिए उनका व्यक्तित्व और विचार शैली पाने के लिए वास्तव में उन्हें बहुत मेहनत करनी पड़ी. बुधवार को 'ठाकरे' के ट्रेलर लॉन्च के दौरान नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि किरदार को निभाने के लिए उनके हाव-भाव, उनकी विचार प्रक्रिया और उनके दृष्टिकोण को पाना बहुत मुश्किल था और मुझे इस पर बहुत मेहनत करनी पड़ी.
नवाज ने कहा कि मुझे पता है कि लोग मेरे लुक को लेकर बातें कर रहे हैं और इसका श्रेय मेकअप आर्टिस्ट को जाता है. एक अच्छा पेशेवर मेकअप आर्टिस्ट मुझे यह लुक तो दे सकता है लेकिन वह किरदार मैं कैसे निभाऊं, यह निर्भर करता कि मैंने तैयारी कैसे की है. इसके लिए मैंने ईमानदारी से इसका प्रयास किया.
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नवाजुद्दीन को कास्ट करने के पीछे की कहानी साझा करते हुए लेखक और फिल्म के निर्माताओं में से एक संजय राउत ने कहा कि मैं हमेशा ही नवाजुद्दीन सिद्दीकी के काम को पसंद करता रहा हूं, लेकिन एक बार इनकी 'फ्रीकी अली' फिल्म देख रहा था, जिसमें इन्होंने एक गोल्फ खिलाड़ी का किरदार निभाया था. उन्होंने कहा कि जब मैंने इनके चेहरे की तरफ देखा तो मुझे लगा कि यह हमारी पसंद हो सकते हैं लेकिन मुझे यह समझना था कि क्या भूमिका निभाने के लिए उनके पास बॉडी-लैंग्वेज है. मैंने होटल में उन्हें मिलने के लिए बुलाया. मैं उनकी चाल और बॉडी-लैंग्वेज देखी और उसी क्षण तय कर लिया कि वही यह किरदार निभाएंगे.
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राउत ने उल्लेख किया कि मैंने इन्हें दो मिनटों के भीतर ही चुन लिया. इसी तरह मैंने अमृता राव को भी मीना ताई ठाकरे के लिए चुना. हमने, हमारी टीम बहुत तेजी से चुनी. फिल्म शिव सेना संस्थापक बाल ठाकरे की जिंदगी पर आधारित है.
(इनपुट : IANS)