जूस की दुकान से म्यूजिक कंपनी तक, ऐसा था Gulshan Kumar का सफर
Advertisement

जूस की दुकान से म्यूजिक कंपनी तक, ऐसा था Gulshan Kumar का सफर

गुलशन कुमार (Gulshan Kumar) के पिता चंद्र भान दुआ की दिल्ली के दरियागंज में जूस की दुकान थी.

फाइल फोटो

नई दिल्ली: म्यूजिक कंपनी 'टी सीरीज' के मालिक गुलशन कुमार (Gulshan Kumar) का जन्म 5 मई, 1951 को हुआ था. यानी आज के ही दिन उनका जन्म एक पंजाबी परिवार में हुआ था. उनके पिता की जूस की दुकान थी, लेकिन गुलशन कुमार इतनी बड़ी शख्‍सियत बन गए कि उनके निधन के बाद भी आज हर कोई उन्हें जानता है. बता दें, 12 अगस्त 1997 में गुलशन कुमार की हत्या कर दी गई थी. वह गायक के साथ फिल्म निर्माता भी थे. गरीब परिवार में जन्में गुलशन कुमार ने बहुत जल्द सफलता की सीढ़ी हासिल कर ली. उनके बर्थडे एनिवर्सरी पर जानते हैं उनके जिवन से जुड़ी कुछ खास बातें...

जूस की दुकान से म्यूजिक कंपनी तक का सफर
गुलशन कुमार (Gulshan Kumar) के पिता चंद्र भान दुआ की दिल्ली के दरियागंज में जूस की दुकान थी. पिता के साथ गुलशन भी जूस की दुकान में काम करते थे, लेकिन उनको वहां मन नहीं लग रहा था, कुछ समय बाद उन्होंने यह काम छोड़ दिया और दिल्ली में ही कैसेट्स की दुकान खोल ली, जहां पर वह सस्ते दाम में गानों की कैसेट्स बेचा करते थे. गुलशन कुमार ने अपने मेहनत के दम पर एक कैसेट्स की छोटी सी दुकान को 'टी सीरीज' नाम के म्यूजिक कंपनी में बदल दिया. इसके कुछ समय बाद वह मुंबई चले गए. मुंबई जाकर गुलशन कुमार ने ढेर सारे भक्ति गाने पर काम किया जिन्हें लोग आज भी खूब पसंद करते हैं. 

अंडरवर्ल्ड डॉन अबू सलेम से मिली थी धमकी
बता दें, मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर राकेश मारिया (Rakesh Maria) का कहना है कि, क्राइम ब्रांच को पहले से ही गुलशन कुमार के हत्या के प्लान की जानकारी थी. राकेश मारिया ने अपनी किताब में लिखा है कि 22 अप्रैल 1997 को उनके पास एक खबरी का फोन आया. उस खबरी ने उन्हें बताया कि गुलशन कुमार (Gulshan Kumar) की हत्या का प्लान बनाया गया है. ये पूछने पर कि इसके पीछे कौन है, खबरी ने बताया- अबू सलेम. खबरी ने बताया था कि शिव मंदिर जाते वक्त उनकी हत्या का प्लान बनाया गया है. 

मंदिर के बाहर गोली मारकर की हत्या 
कैसेट किंग गुलशन कुमार को 16 गोलियां लगी थीं. करीब साढ़े दस बजे का वक्त रहा होगा. गुलशन कुमार जीतेश्वर महादेव मंदिर में पूजा करके बाहर निकल रहे थे. तभी उन्हें अपनी पीठ पर बंदूक की नाल महसूस हुई. उन्होंने सामने एक शख्स को हाथ में बंदूक लिए देखा. गुलशन कुमार ने सामने खड़े शख्स से पूछा, 'ये क्या कर रहे हो. उसने जवाब दिया, ‘बहुत पूजा कर ली. अब ऊपर जाकर करना.' इसके बाद गुलशन कुमार कुछ कह पाते उसके पहले ही उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. जहां मौके पर ही उनकी मौत हो गई.

एंटरटेनमेंट की और खबरें पढ़ें 

Trending news