मशहूर एक्टर गिरीश कर्नाड के निधन पर पीएम मोदी ने जताया शोक, कहा- 'दुखी हूं'
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मशहूर एक्टर गिरीश कर्नाड के निधन पर पीएम मोदी ने जताया शोक, कहा- 'दुखी हूं'

गिरीश कर्नाड का बेंगलुरु में लंबी बीमारी के बाद 81 साल की उम्र में सोमवार को निधन हो गया. 

गिरीश कर्नाड को पद्मश्री और पद्म भूषण से नवाजा जा चुका है (फोटो साभारः फेसबुक)

नई दिल्ली: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रख्यात नाटककार और अभिनेता गिरीश कर्नाड के निधन पर सोमवार को शोक जताते हुए कहा कि आने वाले वर्षों में उन्हें उनके काम के लिए हमेशा याद किया जाएगा. कोविंद ने कहा कि कर्नाड के निधन से भारत का सांस्कृतिक जगत सूना हो गया है. कोविंद ने ट्वीट किया, ‘‘लेखक, अभिनेता और भारतीय रंगमंच के सशक्त हस्ताक्षर गिरीश कर्नाड के देहावसान के बारे में जानकार दुख हुआ है. उनके जाने से हमारे सांस्कृतिक जगत को अपूरणीय क्षति हुई है. उनके परिजनों और उनकी कला के अनगिनत प्रशंसकों के प्रति मेरी शोक संवेदनाएं.’’ 

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पीएम मोदी ने कहा कि कर्नाड को सभी माध्यमों में उनके बहुमुखी अभिनय के लिए याद किया जाएगा. उन्होंने टि्वटर पर कहा, ‘‘वह उन मुद्दों पर भी भावुकता से बोलते थे जो उन्हें प्रिय लगते थे. आने वाले सालों में उनका काम की लोकप्रियता बनी रहेगी. उनके निधन से दुखी हूं.’’ कर्नाड का बेंगलुरु में लंबी बीमारी के बाद 81 साल की उम्र में सोमवार को निधन हो गया. 

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गौरतलब है कि 1960 के दशक में उनके ‘यायाती’ (1961), ऐतिहासिक ‘तुगलक’ (1964) जैसे नाटकों को समालोचकों ने सराहा था, जबकि उनकी तीन महत्वपूर्ण कृतियां ‘हयवदना’(1971), ‘नगा मंडला’(1988) और ‘तलेडेंगा’(1990) ने अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त की. कर्नाड को पद्मश्री और पद्म भूषण से नवाजा जा चुका है. सलमान खान की सुपरहिट फिल्म 'एक था टाइगर' और 'टाइगर जिंदा है' में गिरीश कर्नाड ने काम किया था. गिरीश कर्नाड की हिंदी के साथ-साथ कन्नड़ और अंग्रेजी भाषा पर भी अच्छी खासी पकड़ थी. गिरीश कर्नाड 1974-75 में एफटीआईआई पुणे के डायरेक्टर के पद पर भी काम कर चुके थे. साथ ही उन्होंने संगीत नाटक अकादमी और नेशनल अकादमी ऑफ पर्फॉर्मिंग आर्ट्स के चेयरमैन भी रह चुके थे. (इनपुट भाषा से भी)

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