Rajkummar Rao As National Icon: लोगों को वोट के लिए जागरूक करने के लिए बॉलीवुड एक्टर राजकुमार राव (Rajkummar Rao) के कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी आ गई है. राजकुमार राव को इलेक्शन कमीशन ने नेशनल आइकन नियुक्त किया है. ये फैसला भारत निर्वाचन आयोग ने 5 राज्यों में होने वाले चुनाव से ठीक पहले लिया. इससे जुड़ा इवेंट गुरुवार को होगा. राजकुमार राव से पहले चुनाव आयोग कई हस्तियों को नेशनल आइकन बना चुकी है.


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कई हिट फिल्में दी
राजकुमार राव ने सिनेमाजगत में अपनी अदाकारी से अलग पहचान बनाई. यहां तक साल 2017 में आई फिल्म 'न्यूटन' के लिए बेस्ट एक्टर नेशनल अवॉर्ड से सम्मानित भी किया जा चुका है. इस फिल्म में एक्टर ने नूतन कुमार नाम के एक सरकारी क्लर्क का रोल निभाया था. ये ऐसा क्लर्क था जिसे निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव के लिए प्रतिबद्ध था. इलेक्शन कमीशन ने एक्टर के इसी किरदार को भुनाने के लिए एक्टर के कंधों पर इतनी जिम्मेदारी डाली है. उन्हें उम्मीद है कि एक्टर लोगों के अंदर वोटिंग के जज्बे को जगा सकते हैं.


 



 


सचिन तेंदुलकर अगस्त में बन चुके आइकन
इससे पहले चुनाव आयोग ने सचिन तेंदुलकर को नेशनल आइकन बनाया था. ये बात इसी साल अगस्त की है. लेकिन अब राजकुमार राव को नेशनल आइकन बनाने के पीछे चुनाव आयोग का अलग मकसद है. दरअसल, 5 राज्यों में जल्द ही चुवान होने वाले हैं. ऐसे में चुनाव आयोग का सबसे ज्यादा फोकस यूथ पर है. इसलिए उसने सचिन के बाद राजकुमार राव को चुना. जिन 5 राज्यों में चुनाव होने वाला है वो हैं- छत्तीसगढ़, मिजोरम, तेलंगाना, राजस्थान और मध्य प्रदेश . 


 



 


क्या करता है नेशनल आइकन?
ऐसे में आप लोगों के मन में सबसे पहले सवाल उठता है कि आखिर नेशनल आइकन का चुनाव में क्या रोल होता है. दरअसल, जिसे भी नेशनल आइकन बनाया जाता है उस सेलिब्रिटी के  साथ एक ज्ञापन साइन किया जाता है.ये 3 साल के लिए होता है. इसमें सेलिब्रिटी को अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और अन्य तरीकों से मतदान के लिए लोगों को जागरूक करना होता है.