संजू पर फिल्म बनाने के लिए मुझे परमिशन की जरूरत नहीं: राम गोपाल वर्मा
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संजू पर फिल्म बनाने के लिए मुझे परमिशन की जरूरत नहीं: राम गोपाल वर्मा

राम गोपाल वर्मा इस फिल्म के जरिये संजय दत्त का वह सच फिल्मी पर्दे पर उतारेंगे जो अभी तक लोगों ने खबरों में पढ़ा था. 

रामगोपाल वर्मा ने कहा कि वह संजय दत्त की पर्सनल लाइफ के बारे में इस फिल्म में कुछ नहीं दिखाएंगे

मुंबई: राजकुमार हिरानी ने न केवल संजय दत्त पर फिल्म बनाई और उनकी जिंदगी की अनकही बातें लोगों तक पहुंचाई. लेकिन संजय दत्त के बारे में और कई ऐसी चीजें हैं जो फैंस जानना चाहते हैं और देखना चाहते हैं. यही वजह है कि अब राम गोपाल वर्मा संजू - द रियल स्टोरी बनाने जा रहे हैं.

राम गोपाल वर्मा इस फिल्म के जरिये संजय दत्त का वह सच फिल्मी पर्दे पर उतारेंगे जो अभी तक लोगों ने खबरों में पढ़ा था. राम गोपाल वर्मा बताते हैं, "मैं कोई विशिष्ट चीज नहीं दिखा सकता पर जो मैं जानता हूं, खास करके जो गन के इर्द-गिर्द की घटना है, जो भी अंडरवर्ल्ड से जुड़ी हुई चीज है, उसके बारे में मैं काफी जानता हूं. वह एक नेशनल सेलिब्रिटी है, एक एक्टर है. उस वक़्त एक बहुत महत्वपूर्ण घटना मुंबई में हुई थी. मेरी जो समझ है, मेरी जो जानकारी है, उसको लेकर मैं उस खास पहलू पर फिल्म बनाना चाहता हूं." 

जब राजकुमार हिरानी ने संजय दत्त पर बायोपिक बनाई थी तो उनके पास संजू की सहमति थी लेकिन राम गोपाल वर्मा को इस फिल्म के लिए संजय दत्त की हां या ना का इंतजार करने के मूड में नहीं है. रामगोपाल वर्मा ने कहा, "कोई भी चीज अगर पब्लिक डोमेन में है और किसी मामले पर है तो कोई भी उसे इस्तेमाल कर सकता है." 

राम गोपाल वर्मा आगे बताते हैं कि वह संजय दत्त की पर्सनल लाइफ के बारे में इस फिल्म में कुछ नहीं दिखाएंगे और इसीलिए उन्हें संजय दत्त से परमिशन लेने की कोई जरूरत नहीं है. इसके अलावा अगर फिल्म को लेकर कोई लीगल दिक्कत होगी तो राम गोपाल वर्मा उसके लिए भी पहले से तैयार हैं. 

डी कंपनी का सच दिखाऊंगा - राम गोपाल वर्मा
संजू फिल्म के साथ-साथ राम गोपाल वर्मा अपने एक और प्रोजेक्ट के लिए बेहद एक्साइटेड है और वह है डी कंपनी पर उनकी वेब सीरीज. मधु मन्तेना के प्रोडक्शन में बन रही इस वेब सीरीज में रामगोपाल वर्मा डी कंपनी का सच दिखाएंगे. रामगोपाल वर्मा बताते हैं, "अगर मुंबई अंडरवर्ल्ड की बात करें तो जो सबसे ज्यादा पॉपुलर वर्ड है, वह है 'डी कंपनी'. वह कैसे शुरू हुआ, दाऊद इब्राहिम का उभरना, 1980 में वहां से शुरू होकर, किस तरह से कंपनी की शुरुआत हुई और उसके बाद उसके अंदर की जो पॉलिटिक्स है वह सब इस सीरीज का हिस्सा होगा. "उन्होंने आगे बताया, "मुंबई अंडरवर्ल्ड की असलियत कैप्चर करना मेरा मुख्य उद्देश्य है."

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