स्वरा भास्कर का खुलासा, 'प्रेम रतन धन पायो' के दौरान एयरपोर्ट पर मुझे जबर्दस्ती छुआ गया
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स्वरा भास्कर का खुलासा, 'प्रेम रतन धन पायो' के दौरान एयरपोर्ट पर मुझे जबर्दस्ती छुआ गया

अभिनेत्री स्वरा भास्कर जो कि आखिरी बार अविनाश दास की फिल्म 'अनारकली ऑफ आरा' में नजर आई थीं, ने अपने साथ हुई छेड़छाड़ की घटना को डीएनए से एक साक्षात्कार के दौरान जाहिर किया. 

अभिनेत्री स्वरा भास्कर आखिरी बार फिल्म 'अनारकली ऑफ आरा' में नजर आई थीं. (इंस्टाग्राम फोटो)

नई दिल्ली: अभिनेत्री स्वरा भास्कर जो कि आखिरी बार अविनाश दास की फिल्म 'अनारकली ऑफ आरा' में नजर आई थीं, ने अपने साथ हुई छेड़छाड़ की घटना को डीएनए से एक साक्षात्कार के दौरान जाहिर किया. 29 वर्षीय अभिनेत्री ने घटना के बारे में खुलासा करते हुए कहा कि फिल्म 'प्रेम रतन धन पायो' के प्रमोशन के दौरान राजकोट में उऩके साथ छेड़छाड़ की गई. 

डीएनए ने स्वरा भास्कर के हवाले से लिखा, 'जब हम 'प्रेम रतन धन पायो' के लिए राजकोट में उतरे उस दौरान मुझे जबर्दस्ती छुआ गया. मैं सलमान सर (सलमान खान) के साथ यात्रा कर रही थी और किसी ने यह अनुभव नहीं किया, लेकिन वहां एयरपोर्ट पर सलमान खान को देखने के लिए करीब 2000 लोगों की भीड़ थी. हालांकि वहां सुरक्षा थी, लोग हाथ मिलाने के लिए दौड़े और वह अनुपम खेर थे जिन्होंने यह सुनिश्चित किया की मैं कार में चली जाऊं. यह पागलपन था.'

'तनु वेड्स मनु' की अभिनेत्री ने इसके साथ ही कहा, बतौर महिला कलाकार आप जानते हैं कि भीड़ के सामने कितना असुरक्षित महसूस होता है. जो कि मुझे फिल्म अनारकली में अपने किरदार के साथ जोड़ती है. आप जानते हैं कि जब हम 'रांझणा' फिल्म में होली के दृश्य की शूटिंग कर रहे थे, प्रोडक्शन टीम ने हमारी सुरक्षा के लिए पांच लड़के हमारे आसपास रखे थे होली के रंग में रंगे हुए ताकि बाकी भीड़ से हमें सुरक्षित रखा जा सके.             

रांझणा अभिनेत्री ने डीएनए से कहा, 'दुनिया के किसी भी हिस्से में महिलाएं खासतौर पर भारत में, मर्दों के छेड़छाड़ के बिना बड़ी नहीं हो सकतीं.' डीएनए ने स्वरा के हवाले से लिखा, 'यह संभव नहीं है, मेरे साथ छेड़छाड़ की गई. मेरे साथ अभद्रता मुंबई में छेड़छाड़ की गई और ठीक ऐसी ही घटना मेरे साथ दिल्ली में भी हुई.'   

नारीवाद लैंगिक पहचान के दबाव से मुक्ति की लड़ाई : स्वरा भास्कर

अभिनेत्री स्वरा भास्कर का मानना है कि नारीवाद की लड़ाई केवल महिलाओं की ही लड़ाई नहीं है, बल्कि यह लैंगिक पहचान से दबाव से मुक्त होने के लिए पुरुषों और महिलाओं दोनों की लड़ाई है. स्वरा ने नई दिल्ली में इंडिया रनवे वीक के अंतिम दिन सोमवार (1 मई) को आभूषण डिजाइनर आकाश के. अग्रवाल के शो 'चेंजिंग फेज ऑफ फेमिनिज्म' के लिए रैंप वॉक किया.

इस मौके पर स्वरा ने कहा, "शो का थीम चेंजिंग फेमिनिज्म था, जो आज के समय में बेहद प्रासंगिक है. मैं हमेशा यह मानती रही हूं कि नारीवाद महिलाओं और पुरुषों दोनों के लिए लैंगिक पहचान के दबाव से मुक्त होने की लड़ाई है." स्वरा ने कहा, "भारतीय महिलाओं पर कई प्रकार के दबाव होते हैं, जिससे आपकी असली पहचान खो जाती है. इसलिए मुझे लगता है कि इस मायने में यह शो बेहद प्रासंगिक है."

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