मेहनत करने के बाद भी नहीं कम हो रहा वजन, अपनाएं ये वास्तु टिप्स
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मेहनत करने के बाद भी नहीं कम हो रहा वजन, अपनाएं ये वास्तु टिप्स

क्या आपको पता है कि मोटापे वास्तु से भी सीधा कनेक्शन है. वास्तु के कुछ उपाय करके भी फिट रहा जा सकता है.

वजन कम करने में वास्तु शास्त्र की भी होती है अह्म भूमिका (फाइल फोटो)

नई दिल्ली: आज की तारीख में भागदौड़ और व्यस्त जिंदगी में हर कोई बढ़ते वजन से परेशान है. सभी फिट रहना चाहते हैं लेकिन स्ट्रेस का लेवल बढ़ गया और जरूरत के मुताबिक फिजिकल एक्टिविटी हम नहीं कर पाते हैं.

  1. वजन कम करने में वास्तु शास्त्र की अह्म होती है भूमिका 
  2. कई बार अधिक मेहनत के बाद भी नहीं घटता वजन 
  3. ज्योतिष श्रुति खरबंदा ने दिए वजन कम करने के लिए वास्तु टिप्स

कई लोग सुबह दौड़-दौड़ कर ग्राउंड में पसीना बहा रहे हैं लेकिन मोटापा कम नहीं हो रहा तो कोई दूसरा हर तरह की दवाई और सप्लिमेंट लिए जा रहा है और वह मोटा नहीं हो रहा. यूं तो इच्छाशक्ति और मेहनत से बढ़ कर कुछ नहीं होता लेकिन वजन कम करने के प्रोसेस में हमारे आसपास का माहौल बहुत बड़ी भूमिका अदा करता है.

क्या आपको पता है कि मोटापे वास्तु से भी सीधा कनेक्शन है. वास्तु के कुछ उपाय करके भी फिट रहा जा सकता है. ये कहना है जानी मानी वास्तु शास्त्र विशेषज्ञ श्रुति खरबंदा का.आप भी पढ़िए वजन कम करने के लिए उनके द्वारा दी गई वास्तु टिप्स.  

बृहस्पति ग्रह: वास्तु के अनुसार जूपिटर यानी बृहस्पति ग्रह आपकी बॉडी का फैट रेग्युलेट करता है. अगर यह कमज़ोर है या सही जगह पर प्लेस्ड नहीं है. तो वज़न बढ़ने लगता है. हम स्ट्रेस में रहने लगते हैं. इसके अलावा चंद्रमा के कमज़ोर प्लेसमेंट की वजह से इमोशनल ईटिंग करना शुरू कर देते हैं. इन दोनों को मज़बूत करके वजन कम किया जा सकता है.

सफेद फूड से दूरी:  चंद्रमा मन का कारक होता है और मन को कंट्रोल करने के लिए शुगर और सॉल्ट का कम इस्तेमाल करें. चंद्रमा से जुड़ी चीजें सफेद रंग की होती हैं. ऐसे में वजन कम करने के लिए सफेद चीज़ें जैसे घी, चीनी, नमक, मैदा जैसी चीजें कम खाएं.

नॉर्थ-वेस्ट की अह्म भूमिका वास्तु में जूपिटर की दिशा होती है नॉर्थ–ईस्ट और चंद्रमा की दिशा होती है नॉर्थ वेस्ट . अगर आप घर का किचन नॉर्थ वेस्ट में बना होगा तो आपको भूख कम लगेगी. अब किचन बन चुका है तो उसे तोड़ तो सकते नहीं लेकिन कम से कम आप घर के पश्चिम या नॉर्थ वेस्ट दिशा में बैठ कर या उस तरफ चेहरा कर के खाना खाएं. इससे भूख कम होगी.

रंगों का महत्व: वास्तु में रंगों का भी बहुत महत्व है. आप खाना खाने के लिए काली या नीली प्लेट्स का इस्तेमाल कर सकते हैं. नीला या काला रंग शनि का कारक होता है और यह भूख को सप्रेस या कम करता है. किचन की दीवारों पर पेल यलो कलर करा सकते हैं. पीली यानी जूपिटर से जुड़ी वस्तुओं का अपनी सहूलियत या हैसियत के हिसाब से दान कर सकते हैं. जैसे हल्दी- या चने की दाल. इससे जूपिटर के बुरे प्रभाव कम होंगे और आपका वज़न कंट्रोल में रहेगा.

सूर्य की अह्म भूमिका: दोस्तो वज़न कम करने के लिए सूर्य को भी बहुत मान्यता दी गयी है. सूर्य को कॉन्फिडेन्स और सेल्फ़ एस्टीम का कारक माना जाता है. सन स्टोन जो कि एक सब स्टोन है सन की पावर को बढ़ाता है. इसके अलावा येलो सिट्रीन- जिसका रूलर जूपिटर है वह भी पहना जा सकता है. येल्लो सिट्रीन जेमस्टोन भी सीधे हाथ की पहली उंगली में चार्ज करवा कर पहना जा सकता है. इससे मोटिवेशन बढ़ता है और डाइटिंग से लेकर वर्कआउट तक का रुटीन बना रहता है.

इन 2 स्टोन्स का इस्तेमाल करके आप खुद को सकारात्मक पाएंगे और प्रेरित रख सकेंगे. इन स्टोन से आपका मेटाबॉलिज्म बढ़ता है और वजन भी कम होता है. इससे आपका एनर्जी लेवल भी हाई रहता है. इसलिए अपने फिटनेस टारगेट को पूरा करें और शारीरिक मेहनत के साथ इन वास्तु टिप्स को भी अपनाएं.

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