Trending Photos
नई दिल्ली : हाल ही में एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है जिसके मुताबिक, चीज़बर्गर, फ्रैंच फ्राइस, चिकन बुरिटोस और अन्य मशहूर फास्ट-फूड में फेथलेट्स (Phthalates) और अन्य प्लास्टिसाइज़र (plasticizers) कैमिकल्स पाए जाते हैं.
जर्नल ऑफ एक्सपोजर में पब्लिश इस रिपोर्ट के अनुसार, चिकन नगेट्स, पिज्जा, बरिटोस और अन्य फास्ट फूड जो आउटलेट से खरीदे जाते हैं उनमें कई कैमिकल्स होते हैं, वे गंभीर हेल्थ प्रॉब्लम्स का कारण बन सकते हैं. आइए जानें, क्या कहती है रिपोर्ट.
जॉर्ज वाशिंगटन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं और उनकी टीम ने कुछ मशहूर दुकानों से फास्ट फूड खरीदे और 11 सैंपल्स में से 10 में हानिकारक कैमिकल्स पाए गए, जिसमें फेथलेट्स (phthalates) कैमिकल्स का एक ग्रुप शामिल था. ये कैमिकल आमतौर पर प्लास्टिक को नरम बनाने के लिए उपयोग किया जाता है और एंडोक्राइन सिस्टम (endocrine system) को बाधित करने के लिए जाना जाता है. शोध दल को इन फास्ट फूड में कई अन्य प्लास्टिसाइज़र कैमिकल भी मिले जो फेथलेट्स को रिप्लेस कर रहे हैं.
ये भी पढ़ें :- इंडियन वियाग्रा' कही जाती है ये सब्जी, गजब के हैं फायदे; इस समस्या में बेहद लाभदायक
शोध के प्रमुख लेखक और पोस्ट डॉक्टरल लारिया एडवर्ड्स का कहना है कि फेथलेट्स और अन्य प्लास्टिसाइज़र यूएस फास्ट फूड चेन में उपलब्ध तैयार खाद्य पदार्थों में बहुत अधिक मात्रा में पाए जा रहे हैं. यानि लोग जंकफूड के साथ कैमिकल्स का सेवन कर रहे हैं. ऐसे में इन हानिकारक कैमिकल्स को फूड से बाहर रखने में मदद के लिए मजबूत नियमों को बनाने की आवश्यकता है.
रिसर्च में ये भी पाया गया कि जो लोग अधिक फास्ट फूड खाते हैं उनमें फेथलेट्स कैमिकल का लेवल बहुत अधिक था. फास्ट फूड और नॉन-फ्थलेट प्लास्टिसाइज़र फूड पैकेजिंग और प्रोसेस्ड फूड में अधिक मात्रा में उपयोग हो रहे हैं.
शोधकर्ताओं की टीम ने विभिन्न रेस्तरां से 64 फास्ट फूड आइटम खरीदे. टीम ने शोध किए गए खाद्य सैंपल में से 81% में DnBP और 70% में DEHP नामक फेथलेट कैमिकल पाया गया. इन दोनों कैमिकल्स से प्रजनन क्षमता और प्रजनन संबंधी समस्याएं बढ़ सकती हैं. ये phthalates बचपन में सीखने, फोकस करने और व्यवहार संबंधी विकारों के जोखिम को भी बढ़ा सकते हैं.
86% खाद्य पदार्थों में नए प्लास्टिसाइज़र पाए गए जिन्हें DEHT के रूप में जाना जाता है. इसका भी इंसानों की सेहत पर बुरा असर पड़ता है.
ये भी पढ़ें :- कुछ ज्यादा ही आती हैं डकारें, कहीं इन समस्याओं का संकेत तो नहीं!
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी रिसर्च और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)