काली किशमिश, सुनहरी किशमिश और मुनक्का जैसे अलग-अलग प्रकार की किशमिश मार्केट में मौजूद हैं. कम ही लोग जानते होंगे कि किशमिश एक यह दो नही बल्कि 6 तरह की होती हैं और सभी के अपने अलग-अलग फायदे हैं. तो चलिए जानते हैं कि किस किशमिश के क्या फायदे हैं.
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नई दिल्ली: किशमिश एक नहीं बल्कि 6 तरह की होती हैं. ऐसे में यह चुनाव कर पाना है कि कौन-सी किशमिश खाने से ज्यादा फायदा मिलेगा बहुत मुश्किल है. बता दें कि शरीर में आयरन की मात्रा अच्छी करनी हो या फिर हलवे को करना हो गर्निश करना हो तो किशमिश का इस्तेमाल होता है. दरअसल, किशमिश में प्रोटीन, आयरन, फाइबर, पोटैशियम, कॉपर, विटामिन बी6, कैल्शियम, फाइटोकैमिकल्स, एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबैक्टीरियल, हेल्दी फैट और विटामिन ई जैसे कई पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो सेहत के लिए बेहद गुणकारी माने जाते हैं. तो चलिए जानते हैं कि 6 तरीकों के किशमिश के बारे में .
एक किशमिश सुनहरी रंग की होती है इसका आकार बाकी किशमिश से थोड़ा सा छोटा होता है, जिसे थॉम्पसन बीज रहित अंगूर से तैयार किया जाता है.
इसके अलावा काले रंग की भी किशमिश होती है. यह किशमिश काले अंगूरों से तैयार होती है. काली किशमिश बालों को झड़ने से रोकती है, आंतों की सफाई करती है और त्वचा की समस्याओं को दूर करने में भी मदद करती है.
ज़ांटे करंट्स काले किशमिश की ही तरह होती है, लेकिन स्वाद में यह बहुत मीठी नहीं होती है. इसके खाने के बाद आपको तीखापन होता है, साथ ही आकार में भी छोटी होती हैं. यह किशमिश गले की खराश कम करने, इम्यूनिटी बढ़ाने और रक्तचाप को कम करने में मदद करती है.
आपको जानकर हैरानी होगी कि हरे रंग की भी किशमिश मार्कट में मिलती है. हरी किशमिश आकार में पतली और लंबी होती है। इस तरह की किशमिश फाइबर से भरपूर होती है. इसके भी अनेक फायदे हैं.
आपने सोचा होगा कि मुनक्का अलग होता है, लेकिन बता दें कि मुनक्का भी किशमिश की एक वैरायटी है. मुनक्का सूखे हुए अंगूर होते हैं, जिनका आकार बड़ा होता है और सेहत के लिए काफी फायदेमंद होती है.
(डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है. यह किसी भी तरह से किसी दावे या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता. ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें.)