फूड पैकेजिंग में छुपा बड़ा खतरा: मानव शरीर में मिले 3601 जानलेवा केमिकल, धीरे-धीरे ले जा रहे मौत के करीब!
आजकल पैकेज्ड और प्रोसेस्ड फूड का सेवन तेजी से बढ़ता जा रहा है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन फूड्स में न केवल पोषक तत्वों की कमी होती है, बल्कि यह खतरनाक केमिकल्स से भी भरे होते हैं.
आजकल पैकेज्ड और प्रोसेस्ड फूड का सेवन तेजी से बढ़ता जा रहा है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन फूड्स में न केवल पोषक तत्वों की कमी होती है, बल्कि यह खतरनाक केमिकल्स से भी भरे होते हैं? हाल ही में जर्नल ऑफ एक्सपोजर साइंस एंड एनवायर्नमेंटल एपिडेमियोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन ने इस चौंकाने वाले तथ्य का खुलासा किया है कि मानव शरीर में फूड पैकेजिंग या निर्माण प्रक्रिया में उपयोग किए जाने वाले 3600 से ज्यादा केमिकल पाए गए हैं, जो हमारे सेहत के लिए बेहद हानिकारक हो सकते हैं.
यह सोचकर हम अक्सर निश्चिंत हो जाते हैं कि यदि हम भोजन को सही तरीके से धोते और पकाते हैं तो हम आवश्यक पोषक तत्व प्राप्त कर रहे हैं. लेकिन, अध्ययन ने दिखाया है कि पैकेज्ड फूड में कई खतरनाक केमिकल होते हैं, जो पैकेजिंग से भोजन में मिल जाते हैं. इन केमिकल्स में से 100 से अधिक को मानव स्वास्थ्य के लिए गंभीर चिंता का विषय माना जा रहा है. इनमें से कुछ केमिकल ऐसे हैं, जो न केवल सेहत को नुकसान पहुंचा सकते हैं, बल्कि लंबे समय के रूप से जानलेवा भी हो सकते हैं. इनमें सबसे आम केमिकल PFAs (पर्फ़्लूरोएल्काइल पदार्थ) और बिस्फेनॉल A हैं.
3600 से अधिक केमिकल हुए खोजे
AFP की रिपोर्ट के अनुसार, शोधकर्ताओं ने पहले 14,000 फूड कॉन्टैक्ट केमिकल्स (FCCs) का डॉक्यूमेंटेशन किया था, जो प्लास्टिक, कागज, मेटल और अन्य सामग्रियों से बने पैकेजिंग से भोजन में मिल सकते हैं. इन केमिकल्स के सोर्स पैकेजिंग सामग्री, कंवायर बेल्ट या फूड निर्माण में उपयोग किए जाने वाले बर्तन भी हो सकते हैं. अध्ययन में पाया गया कि कुल 3601 केमिकल मानव शरीर में मौजूद हैं.
बिस्फेनॉल A और फ्थैलेट्स का खतरा
शोध के मुख्य लेखक बिर्गिट गुएक ने बताया कि यह अध्ययन यह नहीं दिखा सकता कि सभी केमिकल शरीर में केवल फूड पैकेजिंग के कारण पहुंचे हैं, क्योंकि अन्य स्रोत भी हो सकते हैं. लेकिन यह स्पष्ट है कि पैकेजिंग से भोजन में खतरनाक केमिकल्स का मिश्रण होता है.
सेहत पर प्रभाव की जांच के लिए और अध्ययन की आवश्यकता
गुएक ने यह भी कहा कि इन केमिकल्स का सेहत पर प्रभाव के बारे में अभी तक बहुत कम जानकारी उपलब्ध है और इसके लिए और गहन अध्ययन की आवश्यकता है. उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि ये केमिकल एक-दूसरे के साथ इंटरैक्ट कर सकते हैं, जिससे उनका असर और भी खतरनाक हो सकता है. एक सैंपल में 30 अलग-अलग PFAs पाए गए, जो इस बात की ओर इशारा करते हैं कि इस समस्या को हल्के में नहीं लिया जा सकता.
सुरक्षित रहने के लिए क्या करें?
अध्ययन के बाद विशेषज्ञों ने यह सुझाव दिया है कि पैकेजिंग के संपर्क में आए भोजन को कम समय तक रखें और कभी भी पैकेजिंग में मौजूद भोजन को गर्म न करें. इसके अलावा, ताजे और कम प्रोसेस्ड फूड का सेवन करना और पैकेज्ड फूड से दूरी बनाना सेहत के लिए लाभकारी हो सकता है. यह अध्ययन हमें यह सोचने पर मजबूर करता है कि हम जो भोजन कर रहे हैं, वह कितना सुरक्षित है और हमें इसे लेकर सतर्क रहने की कितनी आवश्यकता है. पैकेज्ड फूड के बढ़ते उपयोग के साथ, इन केमिकल्स के प्रभावों पर और भी शोध किए जाने चाहिए ताकि हम अपनी सेहत की बेहतर सुरक्षा कर सकें.