ब्रेन स्ट्रोक से बचने के लिए डॉक्टरों की नई गाइडलाइंस, नजरअंदाज करना पड़ सकता है भारी!
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ब्रेन स्ट्रोक से बचने के लिए डॉक्टरों की नई गाइडलाइंस, नजरअंदाज करना पड़ सकता है भारी!

ब्रेन स्ट्रोक एक घातक स्थिति है, जो हर साल लाखों लोगों की जान ले लेती है या उन्हें जीवनभर के लिए अपंग बना देती है. AHA और ASA ने एक नई गाइडलाइन जारी की है, जिसे अपनाकर स्ट्रोक के खतरे को कम किया जा सकता है.

ब्रेन स्ट्रोक से बचने के लिए डॉक्टरों की नई गाइडलाइंस, नजरअंदाज करना पड़ सकता है भारी!

ब्रेन स्ट्रोक एक घातक स्थिति है, जो हर साल लाखों लोगों की जान ले लेती है या उन्हें जीवनभर के लिए अपंग बना देती है. हालांकि, अब अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन (AHA) और अमेरिकन स्ट्रोक एसोसिएशन (ASA) ने एक नई गाइडलाइन जारी की है, जिसमें लाइफस्टाइल में बदलाव और कुछ खास उपायों को अपनाकर स्ट्रोक के खतरे को कम किया जा सकता है. यह गाइडलाइन सभी उम्र के लोगों के लिए है, ताकि वे समय रहते सतर्क होकर अपने स्वास्थ्य की रक्षा कर सकें.

नई गाइडलाइन में बताया गया है कि नियमित हेल्थ चेकअप से स्ट्रोक के खतरे को कम किया जा सकता है. ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल, ब्लड शुगर और मोटापा जैसे रिस्क फैक्टर्स की समय-समय पर जांच कराना जरूरी है. हाई ब्लड प्रेशर या कोलेस्ट्रॉल से पीड़ित लोगों को डॉक्टर की सलाह के अनुसार दवाएं लेनी चाहिए और लाइफस्टाइल में बदलाव करना चाहिए.

बैलेंस डाइट अपनाएं
स्ट्रोक से बचने के लिए डाइट का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी गई है. गाइडलाइन में मेडिटेरेनियन डाइट को अपनाने की सलाह दी गई है. इस डाइट में ताजे फल, हरी सब्जियां, साबुत अनाज और हेल्दी फैट (जैसे जैतून का तेल) शामिल होते हैं. यह डाइट दिल को स्वस्थ रखती है और स्ट्रोक का खतरा कम करती है. इसके अलावा, रेड मीट, प्रोसेस्ड फूड और अधिक चीनी वाले फूड से बचने की सलाह दी गई है.

नियमित एक्सरसाइज है जरूरी
शारीरिक निष्क्रियता भी स्ट्रोक का बड़ा कारण है. गाइडलाइन में सप्ताह में कम से कम 150 मिनट मध्यम-तीव्रता की एक्सरसाइज (जैसे तेज चलना, योग) या 75 मिनट की उच्च-तीव्रता वाली एक्सरसाइज (जैसे दौड़ना, साइकिल चलाना) करने की सलाह दी गई है. रोजाना की छोटी-छोटी आदतें, जैसे लिफ्ट की बजाय सीढ़ियों का इस्तेमाल या ऑफिस में थोड़ी-थोड़ी देर पर चलना, भी स्ट्रोक के खतरे को कम कर सकती हैं.

महिलाओं के लिए विशेष सावधानियां
महिलाओं में प्रेग्नेंसी, ओरल कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स का इस्तेमाल और मेनोपॉज स्ट्रोक का खतरा बढ़ा सकते हैं. इसलिए, इस गाइडलाइन में महिलाओं को खास सतर्क रहने की सलाह दी गई है. एंडोमेट्रियोसिस या जल्दी मेनोपॉज का सामना करने वाली महिलाओं को नियमित रूप से डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए.

ब्रेन स्ट्रोक के लक्षण
* चेहरे का एक तरफ झुकना
हाथ या पैर में कमजोरी
बोलने में समस्या
दृष्टि में परेशानी
* बैलेंस बनाने में कमी
सिर दर्द
उलझन या बेहोशी

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

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