दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन (Sateyndra Jain) ने बुधवार को कहा है कि राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 से निपटने के लिए हर महीने सीरो-सर्वे (रक्त जांच) किया जाएगा. उन्होंने कहा कि ये फैसला महामारी से निपटने की बेहतर नीतियों के तहत लिया गया है.
Trending Photos
नई दिल्ली: दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन (Sateyndra Jain) ने बुधवार को कहा है कि राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 से निपटने के लिए हर महीने सीरो-सर्वे (रक्त जांच) किया जाएगा. उन्होंने कहा कि ये फैसला महामारी से निपटने की बेहतर नीतियों के तहत लिया गया है. नया सीरो-सर्वे 1 से 5 अगस्त के बीच कराया जाएगा.
बता दें कि सरकार द्वारा हाल ही में कराए गए सीरो-सर्वे (Sero-Survey) के नतीजे आने के बाद यह निर्णय किया गया है. नतीजों में पाया गया है कि शहर के करीब 23 प्रतिशत लोग कोविड-19 से प्रभावित हुए हैं.
सीरो-सर्वे में लोगों के समूह के ब्लड सीरम का टेस्ट किया जाता है, ताकि जिला स्तर पर कोरोना वायरस के ट्रेंड को मॉनीटर किया जा सके.
ये भी पढे़ं: मंत्री का था महिला कर्मचारी से अफेयर, PM ने कर दी छुट्टी
जैन ने पत्रकारों से कहा, '27 जून से पांच जुलाई के बीच किए गए सीरो-सर्वे के नतीजे मंगलवार को आए, जिनमें एक चौथाई लोगों में एंटीबॉडी विकसित होने की बात सामने आई है. इसका मतलब है कि वे संक्रमित हुए और ठीक हो गए. जिन लोगों के नमूने लिए गए थे, उनमें से अधिकतर लोगों को नहीं पता था कि वे संक्रमित थे.'
ये भी देखें-
उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार (Delhi Government) ने संक्रमण होने के बाद ठीक हुए लोगों की पहचान करने और साथ ही कोविड-19 से निपटने के लिए बेहतर नीतियां बनाने के लिए अब और मासिक सीरो-सर्वे करने का फैसला किया है. सीरो सर्वे दिल्ली सरकार ने राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केन्द्र (एनसीडीसी) के साथ मिल कर किया था.
केन्द्र सरकार ने मंगलवार को कहा था कि अध्ययन में पता चला है कि दिल्ली में सर्वे में शामिल किए गए करीब 23 प्रतिशत लोग कोरोना वायरस संक्रमण से प्रभावित हो चुके हैं.
ये भी पढ़ें- Lockdown के दौरान भारत में 50% तक कम हुआ प्रदूषण, यूरोपियन स्पेस एजेंसी ने जारी की तस्वीरें
एनसीडीसी के निदेशक डॉ. सुजीत कुमार ने कहा, 'शेष 77 प्रतिशत लोगों में अब भी इस बीमारी का जोखिम है और रोकथाम के लिए ऐसे ही उपाय कठोरता के साथ जारी रहने चाहिए.'
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार एनसीडीसी द्वारा दिल्ली सरकार के सहयोग से 27 जून से 10 जुलाई तक के बीच किया गया अध्ययन यह भी दिखाता है कि बड़ी संख्या में संक्रमित व्यक्तियों में लक्षण नहीं थे. इस अध्ययन में 21,387 नमूने शामिल किए गए थे.
ये भी देखें-
जैन ने कहा, 'जिन लोगों के नमूना लिए गए उनमें विविधता थी. इसमें युवा से लेकर बुजुर्ग थे, पुरुष और महिलाएं थीं. लगातार ऐसे सर्वे करने से मिले परिणाम हमें बेहतर रणनीति तैयार करने में मदद करेंगे. हालांकि, लोगों को मास्क लगाना, सामाजिक दूरी का पालन और नियमित रूप से हाथ धोने जैसे सुरक्षा के नियमों का पालन करते रहना चाहिए.'
वहीं प्लाज्मा देने के बदले पैसे लेने की खबरों के सवाल पर जैन ने आगाह किया कि प्लाज्मा बेचने और खरीदने की कोशिश करने वालों के खिलाफ 'कड़ी कार्रवाई' की जाएगी.
दिल्ली सरकार के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में काम करते वक्त कोरोना वायरस संक्रमण से जान गवांने वाले चिकित्सकों को अनुग्रह राशि दिए जाने संबंधी एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि ऐसे चिकित्सकों को अनुग्रह राशि दी जाएगी.
(इनपुट: भाषा से भी)