डायबिटीज नसों को कैसे प्रभावित करता है?
मेयो क्लिनिक के अनुसार, डायबिटिक न्यूरोपैथी एक प्रकार के नस डैमेज को संदर्भित करता है जो हाई शुगर लेवल होने पर हो सकती है. विशेषज्ञों का मानना है कि अनियंत्रित हाई शुगर लेवल उन छोटी ब्लड वेसेल्स (कोशिकाओं) की दीवारों को प्रभावित और कमजोर करता है जो नसों को ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की आपूर्ति करती हैं. चूंकि अतिरिक्त ब्लड शुगर नसों के डैमेज का कारण बन सकता है, चार सेंसेशन हैं जो डायबिटिक न्यूरोपैथी होने का संकेत देते हैं. ये पैर की उंगलियों और उंगलियों की टिप्स में उत्पन्न हो सकती हैं. इनमें शामिल हैं- झुनझुनी, सुन्न होना, जलन और दर्द
शरीर के अन्य अंग जो प्रभावित हो सकते हैं
नसों को नुकसान पहुंचाने के अलावा, डायबिटीज पैरों, आंखों, दिल, ब्लड वेसेल्स, मसूड़ों और किडनी को भी प्रभावित कर सकता है. चूंकि डायबिटीज आपके दिल और पूरे शरीर के संचालन पर एक टोल लेता है, यह आपकी किडनी, आंखों और नसों में छोटी ब्लड वेसेल्स को प्रभावित करता है, और उन ब्लड वेसेल्स को भी नुकसान पहुंचाता है जो आपके दिल और मस्तिष्क को खिलाती हैं.
डायबिटीज के सामान्य लक्षण
- सामान्य से अधिक प्यास लगना
- बार-बार पेशाब आना
- बिना किसी कारण वजन कम होना
- पेशाब में कीटोन्स की उपस्थिति
- थका हुआ और कमजोर महसूस करना
- चिड़चिड़ा महसूस करना या अन्य मूड में बदलाव होना
- धुंधली आंखें
- धीरे-धीरे घाव ठीक होना
- मसूड़े, स्किन और योनि में संक्रमण
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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