ये दवाएं लेने वाले COVID रोगी 5वें दिन ही हुए ठीक, क्‍लीनिकल ट्रायल में सामने आए नतीजे
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ये दवाएं लेने वाले COVID रोगी 5वें दिन ही हुए ठीक, क्‍लीनिकल ट्रायल में सामने आए नतीजे

अब जबकि पूरी दुनिया कोरोना वायरस महामारी से लड़ रही है, तब क्‍लीनिकल ट्रायल्‍स पर एक अंतरिम रिपोर्ट से पता चला है कि जो COVID-19 रोगी प्राकृतिक उपचार ले रहे हैं, उनमें एलोपैथी दवाएं लेने वालों की तुलना में बीमारी के लक्षण जल्‍दी खत्‍म हो रहे हैं.  ज़ी न्यूज की एक रिपोर्ट के अनुसा

फाइल फोटो

नई दिल्‍ली: अब जबकि पूरी दुनिया कोरोना वायरस महामारी से लड़ रही है, तब क्‍लीनिकल ट्रायल्‍स पर एक अंतरिम रिपोर्ट से पता चला है कि जो COVID-19 रोगी प्राकृतिक उपचार ले रहे हैं, उनमें एलोपैथी दवाएं लेने वालों की तुलना में बीमारी के लक्षण जल्‍दी खत्‍म हो रहे हैं. 

  1. देश के तीन अस्‍पतालों में हुआ क्‍लीनिकल ट्रायल 
  2. नेचुरल प्रोटोकॉल वाले रोगी जल्‍दी ठीक हुए 
  3. 85 फीसदी रोगियों की 5 वें दिन रिपोर्ट निगेटिव आई 

ज़ी न्यूज की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह Clinical Trials तीन अस्पतालों में किया गया था. इसमें कहा गया कि कोरिवल लाइफ साइंसेज की 'Immunofree' नाम के आयुर्वेदिक ट्रीटमेंट के कॉम्बिनेशन और बायोजेटिका के 'Reginmune' नाम के एक न्यूट्रास्यूटिकल ने कोरोना वायरस (coronavirus) उपचार के लिए सरकार द्वारा अप्रूव की गईं पारंपरिक दवाओं से बेहतर परिणाम दिखाए हैं. 

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इस अंतरिम रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि पारंपरिक ट्रीटमेंट ले रहे COVID-19 रोगियों की तुलना में प्राकृतिक उपचार ले रहे COVID-19 रोगियों के  C reactive protein, Procalcitonin, D Dimer, और RT-PCR जैसे टेस्‍ट में नतीजे 20 से 60 प्रतिशत बेहतर आए हैं. 

नेचुरल प्रोटोकॉल वाले रोगी जल्‍दी ठीक हुए 
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि पारंपरिक प्रोटोकॉल के तहत 60 प्रतिशत रोगियों का कोरोना वायरस टेस्‍ट पांचवें दिन निगेटिव आया, जबकि प्राकृतिक प्रोटोकॉल वाले 85 फीसदी रोगियों का 5 वें दिन टेस्‍ट निगेटिव आया. वहीं 10वें दिन तो सभी रोगियों का टेस्‍ट निगेटिव आया. 

इन दोनों नेचुरल ट्रीटमेंट का क्‍लीनिकल ट्रायल देश के तीन बड़े अस्‍पतालों में किया गया था. ये क्‍लीनिकल ट्रायल्‍स द क्लिनिकल ट्रायल्स रजिस्ट्री- इंडिया (CTRI) द्वारा अप्रूव किए गए थे. ये ट्रायल गवर्नमेंट मेडिकल हॉस्पिटल श्रीकाकुलम (आंध्र प्रदेश), पारुल सेवाश्रम अस्पताल वडोदरा (गुजरात) और लोकमान्य अस्पताल पुणे ( महाराष्ट्र) में मॉडरेट COVID-19 पॉजिटिव रोगियों पर किए जा रहे हैं. 

इस दौरान पिछले 24 घंटों में 70 हजार से अधिक नए मामले दर्ज किए गए हैं. जिसके बाद मंगलवार (29 सितंबर) तक भारत में कोविड​​-19 के आंकड़े 61 लाख को पार कर चुके हैं और मृत्‍यू संख्‍या 96 हजार पर पहुंच गई है.

देश में मंगलवार सुबह साढ़े नौ बजे तक कुल मामलों की संख्‍या 61,45,292 हो गई थी, जिसमें 9,47,576 सक्रिय मामले शामिल हैं. वहीं अब तक 51,01,398 मरीज ठीक हो चुके हैं. अब तक कुल 96,118 मौतें हो चुकी हैं. 

भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने बताया है कि 28 सितंबर तक COVID-19 के 7,31,10,041 नमूनों का परीक्षण किया जा चुका है. 

 

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