Covid Second Wave: भारत में कोरोना की पहली और दूसरी लहर में क्या अंतर है? अगले 3-4 हफ्ते रहेंगे बेहद मुश्किल
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Covid Second Wave: भारत में कोरोना की पहली और दूसरी लहर में क्या अंतर है? अगले 3-4 हफ्ते रहेंगे बेहद मुश्किल

कोरोना वायरस की पहली लहर की तुलना में यह दूसरी लहर किस तरह से अलग है आंकड़ों के आधार पर हम आपको यहां समझाने की कोशिश कर रहे हैं. साथ ही स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी यह कहा है कि अगले 3-4 हफ्ते बेहद मुश्किल रहने वाले हैं, इसलिए सभी लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है.

कोरोना की दूसरी लहर पहली वाली से अलग कैसे?

नई दिल्ली: सितंबर 2020 में भारत में कोरोना वायरस की पहली लहर (First wave of Coronavirus) अपने चरम पर थी. उस वक्त एक दिन में सबसे ज्यादा 97 हजार नए संक्रमित मरीजों के आंकड़े सामने आए थे. अब 6 महीने बाद अप्रैल 2021 से देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर (Second wave of Coronavirus) ने कहर बरपा रखा है. नए संक्रमित मरीजों की संख्या में अचानक से बहुत ज्यादा तेजी आ गई है, बहुत बड़ी संख्या में बच्चे और युवा संक्रमित हो रहे हैं, मौत का आंकड़ा भी बहुत बढ़ गया है जिससे हेल्थकेयर सिस्टम पर दबाव देखने को मिल रहा है. तो आखिर कोरोना की पहली लहर की तुलना में ये दूसरी लहर किस तरह से अलग है, इस बारे में यहां जानें.

  1. पहली लहर से कैसे अलग है कोरोना वायरस की दूसरी लहर
  2. रोजाना संक्रमित हो रहे और मृतकों की संख्या में बहुत इजाफा हुआ
  3. स्वास्थ्य मंत्रालय की मानें तो अगले 3-4 हफ्ते रहेंगे बेहद मुश्किल 

1. रोजाना संक्रमित हो रहे मरीजों की संख्या

कोविड-19 फैलने की चेन को तोड़ने के लिए कई राज्यों ने कर्फ्यू और लॉकडाउन (Curfew and lockdown) लगा दिया है उसके बावजूद नए संक्रमित मरीजों की संख्या में कहीं से कोई कमी होती नहीं दिख रही है. बीते 24 घंटे में कोरोना के 2 लाख 95 हजार से ज्यादा मरीज सामने आए हैं. महज 2 महीने पहले भारत में रोजाना सिर्फ 10 हजार केस ही सामने आ रहे थे और आज 1 दिन में करीब 3 लाख केस. तो किस रफ्तार से यह वायरस बढ़ रहा है इसका अंदाजा आप लगा सकते हैं. 

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2. पॉजिटिव होने की दर हुई दोगुनी
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों की मानें भारत में रोजाना जितने टेस्ट हो रहे हैं उसकी तुलना में पॉजिटिव निकलने वालों की संख्या (Positivity rate) दोगुनी हो गई है. महज 12 दिन पहले जहां देश में पॉजिटिविटी रेट 8 प्रतिशत था वह अब बढ़कर 16.7 प्रतिशत हो गया है. इससे भी अंदाजा लगाया जा सकता है कि वायरस कितनी तेज रफ्तार से लोगों को संक्रमित कर रहा है (Transmission rate of virus). डॉक्टरों की मानें तो इस तरह के वायरस बहुत जल्दी म्यूटेट हो जाते हैं और फिर उनका म्यूटेटेड वेरिएंट वायरस (Mutated variant) ज्यादा तेजी से फैलता है. 

3. सभी मरीजों में दिख रहे हैं लक्षण
कोरोना वायरस की पहली लहर में जहां बहुत से मरीज ऐसे थे जो असिम्प्टोमैटिक (Asymptomatic) थे यानी उनमें वायरस होने के बाद भी किसी तरह का कोई लक्षण नहीं दिख रहा था. लेकिन डॉक्टरों की मानें तो कोरोना वायरस की इस दूसरी लहर में बिना लक्षण वाले पॉजिटिव मरीज बिल्कुल न के बराबर हैं. हर किसी में कोई न कोई या हल्के लक्षण जरूर दिख रहे हैं. साथ ही मरीजों के फेफड़ों की स्थिति भी पहली लहर की तुलना में ज्यादा खराब हो रही है.

4. मृत्यु दर में भी बढ़ोतरी
कोविड-19 मरीजों की मृत्यु दर (Case fatality rate) पर एक नजर डालें तो कोरोना वायरस की पहली लहर में इंफेक्शन से मरने वालों की दर केवल 1.1 प्रतिशत थी. लेकिन बीते एक हफ्ते में रोजाना हो रहे मौत के आंकड़े देखें तो यह संख्या काफी तेजी से बढती नजर आ रही है. बीते 24 घंटे में देशभर में 2 हजार से ज्यादा लोगों की कोरोना इंफेक्शन की वजह से मौत हो चुकी है. जब से यह महामारी सामने आयी है पहली बार एक दिन में इतने लोगों की मौत हुई है.

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अगले 3-4 हफ्ते हैं बेहद मुश्किल- स्वास्थ्य मंत्रालय

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने मंगलवार को कोविड-19 महामारी की स्थिति के बारे में बताते हुए कहा कि अगले 3-4 हफ्ते बहुत ज्यादा मुश्किल (Next 3-4 weeks are very crucial) और इस इंफेक्शन से लड़ने में निर्णायक रहने वाले हैं. हर्षवर्धन ने कहा कि केंद्र सरकार, राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम कर रही है ताकि कोविड-19 को फैलने से रोका जा सके. हॉस्पिटल में इंफ्रास्टक्चर बढ़ाने की कोशिश की जा रही है, टेस्टिंग की सुविधा को बढ़ाना, कंटेनमेंट जोन बनाना और कोविड से जुड़े नियमों का कड़ाई से पालन करवाने की कोशिश जारी है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि डबल मास्क पहनें, हाथों को नियमित रूप से धोते रहें, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और वैक्सीन लगवाएं.

(नोट: किसी भी उपाय को करने से पहले हमेशा किसी विशेषज्ञ या चिकित्सक से परामर्श करें. Zee News इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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