जब लगे सांस फूलने और बढ़ जाए दिल की धड़कन, बस 2 मिनट दें और Asthma को करें कंट्रोल
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जब लगे सांस फूलने और बढ़ जाए दिल की धड़कन, बस 2 मिनट दें और Asthma को करें कंट्रोल

विश्व स्वास्थ्य संगठन की मानें तो दुनिया में सबसे ज्यादा अस्थमा के मरीज भारत में हैं. अब तो बच्चों में भी यह बीमारी तेजी से फैल रही है.

जब लगे सांस फूलने और बढ़ जाए दिल की धड़कन, बस 2 मिनट दें और Asthma को करें कंट्रोल

नई दिल्ली : सांस लेने में होने वाली परेशानी को अस्थमा या दमा कहते हैं. सांस लेने वाली नलियों में सूजन हो जाती है या रुकावट आ जाती है. आम लक्षणों में घरघराहट, खांसी, सीने में जकड़न और सांस लेने में समस्या आदि शामिल हैं. अस्थमा दो तरह का होता है. बाहरी और आंतरिक अस्थमा. बाहरी अस्थमा एलर्जी से होती है, जो कि पराग, खुशबू, जानवर, धूल, मसाले या अन्य किसी कारण से हो सकती है. आंतरिक अस्थमा में कुछ केमिकल तत्व शरीर में आने से यह बीमारी होती है. सिगरेट का धुआं, रंग-रोगन से यह हो सकता है. इसके अलावा सीने में संक्रमण, तनाव या लगातार खांसी से भी दमा हो सकता है. आनुवांशिकता के कारण भी अस्थमा होता है. अब तो बच्चे भी इस रोग के तेजी से शिकार हो रहे हैं.


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