जानिए सुबह नंगे पांव हरी घास पर चलने के क्या फायदे है?
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जानिए सुबह नंगे पांव हरी घास पर चलने के क्या फायदे है?

सुबह के वक्त की सैर सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होती है। लेकिन अगर सुबह की सैर आप हरियाली यानी हरी घासों पर करें और वह भी नंगे पांव तो उसके बड़े ही फायदे है।  नंगे पैर घास पर चलना आपके स्वास्थ्य के लिहाज से बहुत फायदेमंद है। आईए उन चंद फायदों के बारे में हम जानते है।

फाइल फोटो- प्रतीकात्मक

नई दिल्ली: सुबह के वक्त की सैर सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होती है। लेकिन अगर सुबह की सैर आप हरियाली यानी हरी घासों पर करें और वह भी नंगे पांव तो उसके बड़े ही फायदे है।  नंगे पैर घास पर चलना आपके स्वास्थ्य के लिहाज से बहुत फायदेमंद है। आईए उन चंद फायदों के बारे में हम जानते है।

तनाव होता है कम

आप जितनी देर और जितना ज्यादा हरियाली के बीच रहेंगे, उतने ही स्वस्थ और तनाव रहित रहेंगे। घास पर नंगे पांव चलने से धीरे-धीरे मांसपेशियों का खिंचाव कम होता है और तनाव रहित बनाता है। साथ ही ग्रीन थैरेपी से मस्तिष्क की शक्ति भी बढ़ती है।

मधुमेह में लाभ

मधुमेह रोगियों के लिए हरी घास पर चलना और बैठना बहुत अच्छा माना जाता है। मधुमेह रोगी यदि हरियाली के बीच रह कर नियमित गहरी सांस लेते हुए टहलें तो शरीर में ऑक्सीजन की पूर्ति होने से समस्या से मुक्ति पाई जा सकती है।

छींक, एलर्जी का इलाज

ग्रीन थैरेपी का मुख्य हिस्सा है -हरी-भरी घास पर नंगे पैर चलना या बैठना। सुबह-सुबह ओस में भीगी घास पर चलना बहुत बेहतर माना जाता है जो पांवों के नीचे की कोमल कोशिकाओं से जुड़ी तंत्रिकाओं द्वारा मस्तिष्क तक राहत पहुंचाता है। घास पर कुछ देर तक बैठने, चलने से एलर्जी और छींक से भी मुक्ति पाई जा सकती है।

आंखों की रोशनी

सुबह-सुबह ओस में भीगी घास पर चलने से आंखों की रोशनी भी तेज होती हैं। कुछ दिन नंगे पैर हरी घास पर चलने से आपका चश्मा उतर सकता है या फिर चश्मे का नंबर कम हो सकता है।
 

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