महिलाओं में कंसीव करने में दिक्कत के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. इसका सबसे बड़ा कारण आजकल की भागदौड़ भरी जिन्दगी और अनहेल्दी लाइफस्टाइल है, जो  एग्स की क्वालिटी को खराब करते हैं.  


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

अंडाणुओं की गुणवत्ता का सीधा संबंध महिला की उम्र, आहार, और जीवनशैली से होता है. समय के साथ जैसे-जैसे महिलाएं उम्र बढ़ती हैं, उनके अंडाणुओं की गुणवत्ता घटने लगती है, जिससे गर्भधारण की संभावना कम हो जाती है. हालांकि, कुछ स्वस्थ आदतों को अपनी दिनचर्या में शामिल करके इस समस्या की गंभीरता को कम किया जा सकता है- 


एग्स की क्वालिटी में सुधार के उपाय-


संतुलित आहार


अंडाणुओं की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए सबसे पहला कदम है, संतुलित आहार का सेवन. ओमेगा-3 फैटी एसिड, विटामिन C, E और फोलिक एसिड जैसे पोषक तत्व अंडाणुओं के विकास के लिए महत्वपूर्ण होते हैं. ऐसे में इन पोषक तत्वों से भरपूर आहार जैसे मछली, नट्स, ताजे फल, हरी पत्तेदार सब्जियां और साबुत अनाज का सेवन करें. 


रेगुलर एक्सरसाइज

हेल्दी एग्स के लिए एक फिजिकली हेल्दी रहना बहुत जरूरी होता है. ऐसे में रेगुलर एक्सरसाइज से करना चाहिए, इससे ब्लड सर्कुलेशन में बेहतर होता है, जो अंडाणुओं की गुणवत्ता में सुधार लाता है. 

इसे भी पढ़ें- लैपटॉप चलाते समय ये गलती बना देती है पुरुषों को बांझ, 95% लड़के रोज करे रहे ये काम


 


स्ट्रेस मैनेजमेंट 

तनाव प्रेगनेंसी के प्रोसेस को प्रभावित कर सकता है. दरअसल,  मानसिक तनाव हार्मोनल असंतुलन का कारण बनते हैं, जो अंडाणुओं की गुणवत्ता पर नकारात्मक प्रभाव डालता है. ऐसे में मानसिक शांति बनाए रखने के लिए ध्यान प्राणायाम और गहरी सांस लेने की तकनीकों का अभ्यास करें.


धूम्रपान और शराब से परहेज

धूम्रपान और शराब अंडाणुओं की गुणवत्ता को नुकसान पहुंचाते हैं. यह दोनों ही आदतें महिलाओं के रिप्रोडक्शन हेल्थ के लिए हानिकारक मानी जाती हैं. धूम्रपान से अंडाणुओं जल्दी खत्म होने लगते हैं और उनकी क्वालिटी भी खराब होने लगती हैं. ऐसे में कंसीव करना बहुत मुश्किल हो जाता है. ऐसे में नशे से परहेज करना बहुत जरूरी है. 

इसे भी पढ़ें- ऐसी महिलाओं को नहीं मिलता मां बनने का सुख, ये 5 आदतें खत्म कर देती है बच्चा पैदा करने की शक्ति


 


7-8 घंटे की नींद

कोशिश करें कि आप हर रात 7-8 घंटे की गहरी नींद लें, ताकि आपका शरीर पूरी तरह से रिचार्ज हो सके. इससे आपके अंडाणु स्वस्थ होंगे और गर्भधारण की संभावना बढ़ेगी. क्योंकि नींद की कमी से हार्मोनल असंतुलन हो सकता है, जो अंडाणुओं की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकता है.


Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.