What deficiency causes type 2 diabetes: डायबिटीज की समस्या केवल शुगर या कार्बोहाइड्रेट वाले फूड्स से ही नहीं होती है. बल्कि शरीर में मैग्नीशियम की कमी भी टाइप 2 डायबिटीज के जोखिम को बढ़ाती है. यह खनिज न केवल हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह शरीर में इंसुलिन की संवेदनशीलता को भी प्रभावित करता है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

मैग्नीशियम की कमी के लक्षण (Magnesium deficiency symptoms)अगर आपके शरीर में मैग्नीशियम की कमी हो जाती है, इसे आप मांसपेशियों में ऐंठन और कमजोरी, थकावट और कमजोरी, दिल की धड़कने का कम ज्यादा होना, तनाव, अनिद्रा, मतली, हड्डियों में कमजोरी के रूप में महसूस कर सकते हैं. यहां बताए गए ये 5 फूड्स इन लक्षणों को कंट्रोल करने में बहुत फायदेमंद साबित होते हैं- 


पालक  

पालक मैग्नीशियम का एक बेहतरीन स्रोत है. इसमें उच्च मात्रा में फाइबर, विटामिन्स, और मिनरल्स होते हैं जो आपके शरीर की सेहत को बढ़ावा देते हैं. पालक को सलाद, सूप या सब्जी के रूप में अपने आहार में शामिल करें ताकि आपको आवश्यक मैग्नीशियम मिल सके.


बादाम  

बादाम भी मैग्नीशियम से भरपूर होते हैं. इसके अलावा, यह हेल्दी फैट और प्रोटीन का भी अच्छा स्रोत है. रोजाना एक मुट्ठी बादाम खाने से आप अपने मैग्नीशियम की कमी को पूरा कर सकते हैं और दिल और ब्लड शुगर के लेवल को भी स्वस्थ रख सकते हैं.


कद्दू के बीज

कद्दू के बीज भी मैग्नीशियम का एक समृद्ध स्रोत हैं. इन्हें आप स्नैक के रूप में या सलाद में डाल सकते हैं. कद्दू के बीज के सेवन से न केवल मैग्नीशियम की कमी पूरी होती है बल्कि ये अन्य पोषक तत्वों से भी भरपूर होते हैं.


ब्लैक बीन्स 

ब्लैक बीन्स में भी काफी मात्रा में मैग्नीशियम पाया जाता है. ये प्रोटीन और फाइबर का भी अच्छा स्रोत हैं. इन्हें आप सूप, सलाद या चावल के साथ मिलाकर अपने भोजन में शामिल कर सकते हैं.

इसे भी पढ़ें- चिकन-मटन से भी ज्यादा ताकतवर ये 6 सब्जियां, दुबले-पतले शरीर को बना देती है लोहे सा मजबूत


 


केला 

केला न केवल स्वादिष्ट होता है बल्कि इसमें भी मैग्नीशियम होता है. यह फल ऊर्जा का अच्छा स्रोत है और आपके शरीर में मैग्नीशियम की जरूरतों को पूरा करने में मदद करता है. दिन में एक केला खाना आपकी मैग्नीशियम की खपत को पूरा कर सकता है.


Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.