सिरदर्द काफी समय से लगातार होने लगे तो ऐसे में करेला काफी फायदेमंद साबित होता है. इसके लिए करेले की पत्तियों को पीस लें और फिर इसे माथे पर लगा लें. ऐसा करने से सिरदर्द से आराम मिल जाएगा.
जोड़ों के दर्द ( joint pain ) या गठिया जैसी समस्या में करेला बहुत लाभदायक है. प्रतिदिन करेले का जूस या सब्जी खाने से जोड़ों में दर्द की समस्याएं नहीं होती.
लकवा या पैरालिसिस ( paralysis ) में भी करेला बहुत कारगर उपाय है. इसमें कच्चा करेला खाना रोगी के लिए लाभदायक होता है, करेले की पत्तियों या फल को पानी में उबालकर इसका सेवन करे से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और किसी भी प्रकार का संक्रमण ठीक हो जाता है
पथरी रोगियों को दो करेले का रस पीने और करेले की सब्जी खाने से आराम मिलता है. इससे पथरी गलकर धीरे-धीरे बाहर निकल जाती है. 20 ग्राम करेले के रस में शहद मिलाकर पीने से पथरी गल कर पेशाब के रास्ते निकल जाती है. इसके पत्तों के 50 मिलीलीटर रस में हींग मिलाकर पीने से पेशाब खुलकर आता है.
अगर आपको भूख नहीं लग रही है तो इस समस्या को दूर करने के लिए करेला कारगर उपाय है. करेले में फास्फोरस पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है. यह कफ, कब्ज और पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करता है. इसका सेवन करने से भोजन का पाचन ठीक रहता है और भूख भी खुलकर लगती है
एक स्टडी के मुताबिक करेले का जूस बढ़ हुए मोटापे को कम करता है. दरअसल, यह शरीर में इंसुलिन को एक्टिव करता है, जिससे शरीर में बनने वाली शुगर फैट का रूप नहीं ले पाती. इससे चर्बी कम करने और फैट कंट्रोल करने में मदद मिलती है. इसके अलावा करेले में काफी कम कैलोरी होती है, जिससे कैलोरी कंट्रोल में रहती है.
अगर आपको सिरदर्द काफी समय से लगातार होने लगे तो ऐसे में करेला काफी फायदेमंद साबित होता है. इसके लिए करेले की पत्तियों को पीस लें और फिर इसे माथे पर लगा लें. ऐसा करने से सिरदर्द से आराम मिल जाएगा.
आयुर्वेद के अनुसार करेला डायबिटीज के साथ-साथ कई और बीमारियों में भी लाभ पहुंचाता है. करेला का सेवन कई बीमारियों जैसे- पाचनतंत्र की खराबी, भूख की कमी, पेट दर्द, बुखार और आंखों के रोग में लाभ पहुंचाता है. इसके अलावा चिड़चिड़ाहट, सुजाक, बवासीर जैसे बीमारियों के लिए करेला रामबाण उपाय है.
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