तनाव के कई कारण हो सकते हैं और यह काफी व्यक्तिगत है. इसलिए हो सकता है कि जो कारण आपके लिए तनाव की वजह बन रहा है, किसी दूसरे व्यक्ति को उससे बिल्कुल परेशानी ना होती हो. ऐसे में सभी के लिए एक जैसी तकनीक भी पूरी तरह प्रभावशाली नहीं हो सकती. इसलिए आप तनाव से लड़ने के लिए खुद अपनी तकनीक विकसित करें.


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आइए जानते हैं कि तनाव से लड़ने के लिए खुद की तकनीक कैसे विकसित करें.


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Self Technique: तनाव से लड़ने के लिए खुद की तकनीक
तनाव से लड़ने के लिए कुछ बातों को जानना जरूरी है. जिसके बाद आप अपने लिए सही तरीका विकसित कर सकते हैं. तनाव से लड़ने की तकनीक सबकी अलग हो सकती है, लेकिन तकनीक को विकसित करने का तरीका एक ही है. जैसे-


  1. सबसे पहले यह जानना जरूरी है कि आपके तनाव का कारण क्या है और आपको कब तनाव होता है. क्योंकि, तनाव से लड़ने के लिए तनाव के कारणों का पता होना बहुत जरूरी है. आपको जब भी तनाव हो, तो आप समीक्षा करें कि हर स्थिति में कौन-सी एक, दो या चार कारण ऐसे हैं, जो आपको तनावग्रस्त बनाते हैं.

  2. इसके बाद आप तनाव पैदा करने वाले इन कारणों को नोट कर लें और जानें कि आपको तनाव के कारण क्या-क्या दिक्कतें होती हैं. जैसे कुछ लोग तनाव के कारण बहुत ज्यादा या कम सोने लगते हैं, कुछ बहुत ज्यादा या कम खाने लगते हैं, किसी के सिर में दर्द या कमर में दर्द हो जाता है. इन तनाव के लक्षणों को जानकर आप खुद के शरीर के बारे में ज्यादा अवगत हो पाएंगे.

  3. अब आखिरी स्टेप यह है कि आप तनाव के कारण बनने वाली स्थितियों से खुद को दूर रखें. इन स्थितियों से खुद को दूर रखने का ही तरीका असल में Self Technique बनेगा. क्योंकि, आपके कारण अलग हो सकते हैं और उससे बचने के लिए सही तरीका भी आप खुद ही ढूंढ सकते हैं.


यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है. यह सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है.


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