ZEE जानकारी: खुद को FIT रखकर आप कर सकते हैं देश का भला
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ZEE जानकारी: खुद को FIT रखकर आप कर सकते हैं देश का भला

आपके स्वास्थ्य का संबंध देश की अर्थव्यवस्था की सेहत से भी है. अगर आप Fit रहेंगे तो देश तेज़ी से तरक्की करेगा .

(फाइल फोटो)

हिंदू संस्कृति में आयुष्मान भव को सबसे बड़ा आशीर्वाद माना जाता है. आयुष्मान का अर्थ है लंबी उम्र . लंबी उम्र का ये तोहफा तब मिलता है जब हमारा शरीर स्वस्थ और पूरी तरह Fit होता है . वैसे आजकल बहुत कम लोग किसी को आशीर्वाद देते हुए आयुष्मान भव कहते हैं . ऐसा शायद इसलिए है क्योंकि अच्छी सेहत का आशीर्वाद वही दे सकता है...जो खुद अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखता हो . आज हम आपके पूरे परिवार की लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य की कामना करते हुए इस विश्लेषण की शुरुआत करना चाहते हैं .

महात्मा बुद्ध कहते थे कि अपने शरीर को स्वस्थ रखना भी एक कर्तव्य है, अन्यथा आप अपने मन को भी अच्छा और साफ़ नहीं रख पाएंगे . यानी सेहतमंद शरीर में ही साफ मन का वास होता है .

इसीलिए 29 अगस्त से देश भर में Fit India आंदोलन की शुरुआत की जा रही है . 29 अगस्त 1905 को हॉकी के महान खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद का जन्म हुआ था..और उन्हीं की याद में इस दिन को हर साल खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है . 

हमें उम्मीद है कि हॉकी के जादूगर कहलाने वाले मेजर ध्यानचंद की Fitness से प्रेरणा लेकर.. आप भी अपनी जिंदगी में सेहत का जादू बिखेर पाएंगे . 

आपके स्वास्थ्य का Connection देश की अर्थव्यवस्था की सेहत से भी है. अगर आप Fit रहेंगे तो देश तेज़ी से तरक्की करेगा . Medical Journal Lancet की एक रिपोर्ट के मुताबिक एक औसत भारतीय की Peak Productivity सिर्फ साढ़े 6 साल है . यानी एक भारतीय.. जिंदगी में सिर्फ साढ़े 6 वर्षों तक ही अपनी कार्यक्षमता का सबसे ज्यादा उपयोग कर पाता है . जबकि चीन में ये 20 वर्ष , ब्राजील में 16 वर्ष और श्रीलंका में 13 वर्ष है . Human Capital के मामले में भारत 195 देशों में 158वें नंबर पर है . 

Human Capital का अर्थ जिंदगी के उन वर्षों से हैं जब कोई इंसान सबसे ज्यादा काम करता है . अक्सर इसका आंकलन 20 वर्ष से लेकर 64 वर्ष के बीच किया जाता है . ये आर्थिक प्रगति से जुड़ा एक महत्वपूर्ण पैमाना है . मतलब साफ है कि अगर भारतीयों की सेहत सुधर जाए तो अर्थव्यवस्था भी बहुत तेज़ रफ्तार से बढ़ने लगेगी . 

एक अनुमान के मुताबिक अगर भारत की Work Force का स्वास्थ्य बेहतर हो जाए तो GDP में 1.4 प्रतिशत का इज़ाफा हो सकता है . यानी आपके Six Pack अर्थव्यस्था की मांसपेशियों को भी मजबूत बना सकते हैं . 

लेकिन हमें लगता है कि भारत आलसी और बीमार लोगों का देश बनता जा रहा है . आप सोचिए कि क्या बीमार और Over Weight लोगों का देश Super Power बन सकता है ? आप खुद को देखिए, फिर अपने दोस्तों को देखिए और फिर समाज पर नज़र डालिए...इसके बाद खुद से पूछिए कि.. आपके आपसास कितने Fit लोग रहते हैं ? भारत में अगर सेहत को धर्म माना जाता...तो इसका पालन करने वाले अल्पसंख्यक कहलाते .

खुद को Fit रखकर आप देश का भला कर सकते हैं . ये प्रगतिशील राष्ट्रवाद है और नए भारत की नई सोच भी है . अब आपको Fitness की भाषा में समझाते हैं कि एक सेहतमंद देश कैसे अर्थव्यस्था को Super Fit बना सकता है . जिस देश के लोग ज्यादा सेहतमंद होते हैं उस देश की Productivity में भी वृद्धि होती है . जिसका सीधा असर GDP पर पड़ता है . नागरिकों के अच्छे स्वास्थ्य का असर प्रति व्यक्ति आय पर भी पड़ता है . सबसे सेहतमंद देशों के Index में स्पेन इस वक्त नंबर एक पर है . वहां प्रति व्यक्ति आय 4 लाख 71 हज़ार रुपये है . जबकि भारत में प्रति व्यक्ति आय सिर्फ 1 लाख 26 हज़ार रुपये है . 

इसी तरह सेहतमंद देशों में लोग बीमार देशों के मुकाबले प्रति घंटे ज्यादा पैसे कमाते हैं . नॉर्वे में एक व्यक्ति प्रति घंटे 75 डॉलर्स यानी करीब 5 हज़ार रुपये कमाता है . जबकि भारत के लोग प्रति घंटे सिर्फ साढ़े 3 डॉलर्स यानी करीब 250 रुपये कमा पाते हैं . 

अच्छी सेहत वाले नागरिक अर्थव्यवस्था को बीमारियों के बोझ से भी मुक्त रखते हैं . सरकारी आंकड़ों के मुताबिक भारत के 34 प्रतिशत परिवार बीमारियों पर होने वाले खर्च से त्रस्त हैं . Fit रहकर कई बीमारियों को दूर रखा जा सकता है . और इससे पैसों की भी बचत होती है.

Fit रहने का निश्चय करना...अपने शरीर के अंदर एक आंदोलन छेड़ने जैसा है . एक स्वस्थ नागरिक...स्वस्थ समाज और मजबूत देश का भी निर्माण करता है. खेल मंत्रालय़ ने Fit India आंदोलन को राष्ट्रीय स्तर पर शुरू करने की योजना बनाई है . इस योजना को स्वच्छ भारत अभियान की तर्ज पर सफल बनाने की कोशिश की जा रही है. 

भारत आर्थिक तरक्की के बावजूद एक बीमार देश बन चुका है . बीमारी के इस अभिशाप से Fit रहकर ही लड़ा जा सकता है. आज हम आपको Fit रहने के कुछ बेहद आसान...और असरदार तरीके भी बताएंगे . लेकिन पहले ये देखिए कि भारत में अच्छे स्वास्थ्य को जन आंदोलन बनाना क्यों ज़रूरी है ?.

भारत में होने वाली 60 प्रतिशत से ज्यादा मौतों के लिए Non-Communicable Diseases जिम्मेदार हैं. ये गैर संक्रामक बीमारियां होती हैं और इनके लिए खराब Life Style को जिम्मेदार माना जाता है . इनमें से दिल से जुड़ी बीमारियां, Diabetes, और कैंसर 80 प्रतिशत मौतों के लिए जिम्मेदार है .

भारत में डायबिटीज़ के मरीज़ों की संख्या 6 करोड़ से ज्यादा है . इस बीमारी से हर साल 10 लाख लोगों की मौत होती है . डायबिटीज़ के मरीज़ों की संख्या के मामले में भारत दूसरे नंबर पर है. जबकि पहले नंबर पर चीन है .

इसी तरह भारत में दिल की बीमारियों से हर साल करीब 20 लाख लोगों की मौत हो जाती है. भारत में मोटे लोगों संख्या साढ़े 13 करोड़ से ज्यादा है . 

जैसा कि हमने को पहले बताया था कि दुनिया के सबसे स्वस्थ देशों की लिस्ट में स्पेन पहले नंबर पर है . इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर इटली है . भारत इस Index में 120 वें नंबर पर है . जबकि इस Index में श्रीलंका, बांग्लादेश और नेपाल की Ranking भारत से काफी अच्छी है .

अब आपको बताते हैं कि आप अच्छी सेहत पाने के लिए क्या कर सकते हैं. 

इसके लिए प्रतिदिन आपको कम से कम आधे घंटे व्यायाम ज़रूर करना चाहिए . आप चाहें तो सूर्य नमस्कार भी कर सकते हैं . 

आप रोज़ाना कम से 10 हज़ार कदम चलने की आदत ज़रूर डालें...इससे आपका दिल स्वस्थ रहेगा .

आप Swimming और Cycling के ज़रिए भी खुद को तंदरुस्त रख सकते हैं .

भोजन संतुलित मात्रा में ही करें . चाहे आपका मन कितना भी ललचाए आपको सेहत बिगाड़ने वाले भोजन से दूर रहना चाहिए .

देर रात को भोजन ना करें...सोने से कम से कम 3 घंटे पहले ही Dinner कर लें . रात को Bed की बजाय Dining Table पर भोजन करें . और इस दौरान टीवी और मोबाइल फोन से दूर रहें .

Fit ऱहने के लिए अच्छी नींद भी ज़रूरी है. इसलिए कम से कम 7 से 8 घंटे की नींद ज़रूर लें . अच्छे शारीरिक स्वास्थ्य के साथ साथ अच्छा मानसिक स्वास्थ्य भी ज़रूरी है. इसके लिए Meditation यानी ध्यान करने की आदत डालें . सकारत्मक संदेश देने वाली किताबें पढ़ें....और जिंदगी की चुनौतियों से विचलित होने की बजाय...डटकर उसका सामना करें . आपका स्वस्थ शरीर और शांत मन ना सिर्फ आपको बल्कि आपके आसपास के लोगों को भी सुखद अनुभव देता है .

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