इस राज्य में कांग्रेस को बड़ा झटका, 18 में से 12 विधायक TMC में हुए शामिल
देश में बीजेपी के सामने खुद को सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी बनाने की कोशिश में जुटी तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने कांग्रेस को जबरदस्त झटका दिया है. TMC ने मेघालय (Meghalaya) में पूर्व सीएम मुकुल संगमा (Mukul Sangma) समेत 12 MLA अपनी पार्टी में शामिल कर लिए.
शिलांग: देश में बीजेपी के सामने खुद को सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी बनाने की कोशिश में जुटी तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने कांग्रेस को जबरदस्त झटका दिया है. TMC ने मेघालय (Meghalaya) में पूर्व सीएम मुकुल संगमा (Mukul Sangma) समेत 12 MLA अपनी पार्टी में शामिल कर लिए. राज्य में कांग्रेस के 18 विधायक थे, जिनमें से अब पार्टी में केवल 6 बचे हैं.
बिना चुनाव लड़े बन गई प्रमुख विपक्षी पार्टी
मेघालय (Meghalaya) में अचाक घटे इस घटनाक्रम के बाद अब TMC बिना चुनाव लड़े वहां की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी बन गई है. चुनाव आयोग के नियमों के मुताबिक दल-बदलने के लिए दो-तिहाई का आंकड़ा पूरा करना जरूरी होता है. ऐसे में TMC ज्वॉइन करने वाले मुकुल संगमा (Mukul Sangma) समेत विधायकों की विधायकी पर भी कोई खतरा नहीं होगा.
ये भी पढ़ें- ममता बनर्जी का विवादित बयान, कहा- BSF की गोली से मारा जाता है गरीब
कांग्रेस से नाराज चल रहे थे मुकुल संगमा
सूत्रों के मुताबिक मेघालय (Meghalaya) के पूर्व सीएम रहे मुकुल संगमा पिछले काफी दिनों से पार्टी हाई कमान से नाराज चल रहे थे. उनकी नाराजगी इस बात को लेकर थी कि हाई कमान ने बिना उनसे चर्चा किए विन्सेंट एच. पाला को मेघालय (Meghalaya) प्रदेश कांग्रेस कमिटी का नया प्रमुख बना दिया. इस मुद्दे पर राहुल गांधी ने अक्टूबर में मुकुल और विन्सेंट एच पाला से मुलाकात की थी. तब माना जा रहा था कि विवाद अब सुलझ गया है लेकिन एक महीने बाद ही मुकुल समेत 12 विधायक कांग्रेस को छोड़ गए.
कांग्रेस का विकल्प बनने में जुटी TMC
बताते चलें कि TMC इन दिनों पूरे देश में पार्टी विस्तार में जुटी हुई है. उसने गोवा में पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता लुइजेन फ्लेरियो को पार्टी में शामिल किया. वहीं हरियाणा से कांग्रेस नेता अशोक तंवर, बीजेपी के बागी नेता रहे कीर्ति आजाद को भी अपने साथ जोड़ा है. टीएमसी ने असम और त्रिपुरा में भी तेजी से अपना विस्तार किया है.
माना जा रहा है कि पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) की नजर वर्ष 2024 में होने वाले संसदीय चुनावों पर है. पार्टी विस्तार के जरिए ममता बनर्जी वर्ष 2024 के चुनावों में कांग्रेस के बजाय खुद को बीजेपी का सबसे बड़ा प्रतिद्वंदी बताना चाहती हैं. इसीलिए विभिन्न राज्यों में बड़े नेताओं को अपने साथ करने में जुटी हुई हैं.
LIVE TV