15वें दिन भी नहीं चली लोकसभा, सरकार के खिलाफ आगे नहीं बढ़ सका अविश्वास प्रस्ताव
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15वें दिन भी नहीं चली लोकसभा, सरकार के खिलाफ आगे नहीं बढ़ सका अविश्वास प्रस्ताव

अन्नाद्रमुक एवं तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के सदस्यों की नारेबाजी के बीच कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गयी.

टीआरएस के सदस्यों ने ‘एक राष्ट्र एक नीति’ की अपनी मांग को लेकर नारेबाजी की. (PTI/22 March, 2018)

नई दिल्ली: अलग अलग मुद्दों पर विभिन्न दलों के हंगामे के कारण लोकसभा की बैठक शुक्रवार (23 मार्च) को लगातार 15वें दिन भी नहीं चल सकी और अन्नाद्रमुक एवं तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के सदस्यों की नारेबाजी के बीच कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गयी. लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदन में व्यवस्था नहीं होने का हवाला देते हुए शुक्रवार को लगातार छठे दिन तेलुगू देशम पार्टी के टी नरसिंहन और वाईएसआर कांग्रेस के वाई बी सुब्बारेड्डी द्वारा सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को आगे बढ़ाने में असमर्थता जताई. दोनों दल गत शुक्रवार (16 मार्च) से अविश्वास प्रस्ताव लाने का प्रयास कर रहे हैं.

  1. तेलुगू देशम पार्टी के टी नरसिंहन और वाईएसआर कांग्रेस का सदन में हंगामा.
  2. आंध्रप्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की कर रहे हैं मांग.
  3. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ पेश नहीं हो सका अविश्वास प्रस्ताव.
  4.  

शुक्रवार (23 मार्च) को एक बार के स्थगन के बाद दोपहर 12 बजे सदन की बैठक पुन: शुरू हुई तो टीआरएस के सदस्य ‘एक राष्ट्र एक नीति’ की अपनी मांग को लेकर नारेबाजी करते हुए आसन के पास आ गये, वहीं अन्नाद्रमुक के सदस्य आगे आकर कावेरी प्रबंधन बोर्ड के गठन की मांग कर रहे थे. उधर तेदेपा और वाईएसआर कांग्रेस के सदस्य अपने स्थान पर खड़े थे.

26 मार्च को सदन में अवकाश
हंगामे के बीच ही अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने लोकसभा और राज्यसभा के सचिवालयों के कर्मचारियों के वेतन और भत्तों के संबंध में सिफारिशें देने के लिए प्राक्कलन समिति के अध्यक्ष मुरली मनोहर जोशी की अगुवाई में एक समिति के गठन की घोषणा की. उन्होंने राम नवमी के उपलक्ष्य में सोमवार (26 मार्च) को सदन में अवकाश की भी घोषणा की. लोकसभा अध्यक्ष ने आवश्यक कागजात सदन के पटल पर रखवाए और सदन में व्यवस्था बनाने की अपील की. उन्होंने कहा कि सत्तापक्ष भी तैयार है और यदि शोर-शराबा कर रहे सदस्य अपने स्थानों पर चले जाएं तो वह अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा करा सकेंगी.

अविश्वास प्रस्ताव नहीं बढ़ सका आगे
हंगामा थमता नहीं देख सुमित्रा महाजन ने कहा कि सदन में व्यवस्था नहीं होने के कारण वह अविश्वास प्रस्ताव को आगे बढ़ाने में असमर्थ हैं .इसके बाद उन्होंने सदन की बैठक को पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया. इससे पहले आज (शुक्रवार, 23 मार्च) सुबह 11 बजे भी हंगामे के कारण सदन की बैठक शुरू होते ही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी थी. बजट सत्र के दूसरे चरण की शुरूआत से ही आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा, कावेरी जल प्रबंधन बोर्ड के गठन की मांग और पीएनबी धोखाधड़ी मामले समेत कई अन्य मुद्दों पर विभिन्न दलों के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही बाधित रही है.

(इनपुट एजेंसी से भी)

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