जालौर: जब दुनियाभर के लोग कोरोना वायरस (Coronavirus) संकट के कारण लागू हुए लॉकडाउन में घरों में बंद होने को मजबूर हो गए थे और जल्द से जल्द कोरोना महामारी के खत्म होने का इंतजार कर रहे थे, उस दौरान राजस्थान के जालौर में रहने वाले 6 और 9 साल के दो बच्चों ने 2100 से ज्यादा पेज की रामायण लिखकर रिकॉर्ड बना दिया.


रामायण सीरियल देख मिली प्रेरणा


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दरअसल लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान दूरदर्शन चैनल पर रामायण (Ramayana) सीरियल को दिखाया गया था, जिसकी टीआरपी ने सारे पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए थे. टीवी पर रामायण (Ramayana) सीरियल देखने के बाद ही इन दोनों बच्चों के मन में विचार आया कि वो रामायण लिख सकते हैं.


बता दें कि राजस्थान (Rajasthan) के जालौर में चौथी क्लास में पढ़ने वाले 9 साल के माधव जोशी और तीसरी क्लास में पढ़ने वाली अर्चना ने लॉकडाउन के दौरान 2100 से ज्यादा पेज की रामायण (Ramayana) को लिखा. जो भी ये बात जानता है, वो हैरत में पड़ जाता है कि इतनी कम उम्र में इन दोनों बच्चों ने ऐसा कैसे कर लिया.


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रामायण के लिए बच्चों ने लिखीं इतनी कॉपियां


गौरतलब है कि बड़े भाई माधव जोशी ने पेन से रामायण (Ramayana) लिखी, जबकि छोटी बहन अर्चना ने रामायण लिखने में पेंसिल का इस्तेमाल किया. रामायण लिखने में इन दोनों को 20 कॉपियां लग गईं, जिनमें 2100 से ज्यादा पेज हैं.


जान लें कि महर्षि वाल्मिकी द्वारा रचित रामायण में कुल सात कांड हैं. अर्चना और माधव ने भी रामायण को क्रम से सात भागों में लिखा है. इसमें बाल कांड, अयोध्या कांड, अरण्य कांड, किष्किंधा कांड, सुंदर कांड, लंका कांड और उत्तर कांड है.


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आज तक के मुताबिक, रामायण लिखने के वक्त 14 कॉपियां बड़े भाई माधव जोशी ने लिखी हैं, जबकि 6 कॉपियां छोटी बहन अर्चना ने लिखी हैं. ऐसा भी दावा किया जा रहा है कि इन दोनों बच्चों पूरी रामायण याद है. कोई भी प्रसंग पूछने पर वे कभी नहीं अटकते हैं.


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