स्वाइन फ्लू से गईं 40 और जानें, सरकार ने दवाओं, परीक्षण किट्स का दिया आदेश
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स्वाइन फ्लू से गईं 40 और जानें, सरकार ने दवाओं, परीक्षण किट्स का दिया आदेश

स्वाइन फ्लू का देश में प्रकोप बढ़ने के साथ ही 40 और लोगों की जान जाने के कारण इस रोग से मरने वालों की संख्या बढ़कर 743 हो गयी है तथ एच1एन1 वायरस से प्रभावित मामलों की संख्या 12000 के करीब पहुंच गयी। सरकार ने शुक्रवार को अतिरिक्त परीक्षण किट्स एवं ओसेलटामिवीर दवाओं के लिए आर्डर दिये हैं ताकि इस वायरस से लड़ा जा सके।

स्वाइन फ्लू से गईं 40 और जानें, सरकार ने दवाओं, परीक्षण किट्स का दिया आदेश

नई दिल्ली : स्वाइन फ्लू का देश में प्रकोप बढ़ने के साथ ही 40 और लोगों की जान जाने के कारण इस रोग से मरने वालों की संख्या बढ़कर 743 हो गयी है तथ एच1एन1 वायरस से प्रभावित मामलों की संख्या 12000 के करीब पहुंच गयी। सरकार ने शुक्रवार को अतिरिक्त परीक्षण किट्स एवं ओसेलटामिवीर दवाओं के लिए आर्डर दिये हैं ताकि इस वायरस से लड़ा जा सके।

स्वास्थ्य मंत्रालय 2000 स्वाइन फ्लू टीकों को हासिल कर रहा है विशेषकर स्वास्थ्य कर्मचारियों के लिए। स्वास्थ्य कर्मियों में स्वाइन फ्लू से प्रभावित रोगियों के संपर्क में आने से इस रोग का सबसे अधिक जोखिम रहता है।

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार गुजरात, राजस्थान, दिल्ली, महाराष्ट्र एवं तेलंगाना जैसे राज्यों में स्वाइन फ्लू मामलों की संख्या में इजाफा दर्ज किया गया है। 19 फरवरी तक एच1एन1 वायरस से प्रभावित लोगों की संख्या बढ़कर 11955 हो गयी।

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘हमने 84 लाख रुपए मूल्य के स्वाइन फ्लू परीक्षण किट्स तथा 30 लाख रूपये अनुमानित मूल्य की टैमीफ्लू गोलियां एवं सिरप का आर्डर दिया है ताकि दवाओं का स्टाक बरकरार रखा जाये। दवाओं की कोई कमी नहीं है तथा अस्पताल रोग से निबटने में पूरी तरह सक्षम हैं।’

इस बीच, केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने उत्तर प्रदेश में एच1एन1 स्थिति की समीक्षा की और राज्य को सभी प्रकार की केन्द्रीय सहायता सुनिश्चित की जिसके लिए उसने अनुरोध किया है। एक सरकारी विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गयी।

विज्ञप्ति के अनुसार उत्तर प्रदेश सरकार ने भरोसा दिलाया कि आवश्यक कदम उठाये गये हैं तथा दवाओं, परीक्षण किट्स एवं मास्क आदि का पर्याप्त स्टाक है। कैबिनेट सचिव अजीत सेठ ने कल राज्य सरकारों से अनुरोध किया था कि रोग निगरानी प्रकोष्ठ और आवश्यक हेल्पलाइन 24 घंटे चलना सुनिश्चित किया जाये क्योंकि देश में स्वाइन फ्लू से प्रभावित लोगों की संख्या 10 हजार को पार कर गयी है।

सेठ ने देश में स्वाइन फ्लू के प्रसार की समीक्षा के लिए राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति की बैठक की अध्यक्षता की थी। उन्होंने राज्य के दवा नियंत्रकों को आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने तथा टीकाकरण एवं उपचार के लिए दिशानिर्देश सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में यह जानकारी दी।

सेठ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने निर्देश दिये हैं कि दवाओं की कमी नहीं होनी चाहिए तथा रोगियों को आवश्यक उपचार मिलना चाहिए।

भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के विशेषज्ञों के एक दल से ऐसी मौतों के बारे में अध्ययन करवाने को कहा गया है जिसमें इस पर गौर किया जाये कि किस आयु वर्ग, किन क्षेत्रों और किन परिस्थितियों में ऐसी मौतें हुई।

इस बीच, दिल्ली सरकार के अनुसार अभी तक 1917 स्वाइन फ्लू मामलों की जानकारी मिल चुकी है और छह लोगों की शहर में इस रोग के कारण जान गयी है। आज शहर के एक अस्पताल में एक महिला की मौत हो गयी और चिकित्सक इस बात का पता लगा रहे हैं कि क्या उसकी मौत स्वाइन फ्लू के कारण हुई।

राज्य सरकार ने आज कहा कि उसने राष्ट्रीय राजधानी में स्वाइन फ्लू के उपचार के लिए टैमीफ्लू गोलियां बेचने के मकसद से 40 नये दवा स्टोरों को लाइसेंस प्रदान किये हैं।

दिल्ली सरकार ने सभी निजी प्रयोगशालाओं को निर्देश दिया कि वे इस वायरल रोग के परीक्षण करने के लिए 4500 रुपए से अधिक का प्रभार न वसूल करें। सरकार का यह कदम विभिन्न रोगियों की इन शिकायतों के बाद उठाया गया कि शहर की निजी प्रयोगशालाओं में इन परीक्षणों के लिए मनमाना धन वसूल किया जा रहा है।

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