सीमापार से प्रायोजित और समर्थित दहशतगर्द आतंकी घाटी सहित देश के विभिन्न हिस्सों में आतंकी वारदात को अंजाम देने की नापाक कोशिशों में लगे रहते हैं.
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नई दिल्ली: जम्मू और कश्मीर में आतंकी वारदातों को अंजाम देने के लिए पाकिस्तान लगातार घुसपैठ की कोशिशों में लगा रहता है. पाकिस्तान की हमेशा से कोशिश रही है कि वह अपने यहां प्रशिक्षित दहशतगर्दों की भारतीय सीमा में घुसपैठ करा आतंकी वारदातों को अंजाम दे. हालांकि यह बात दीगर है कि सुरक्षाबलों की चौकसी के चलते पाकिस्तान की ये कोशिशें लगातार विफल हो रही हैं. गृह मंत्रालय की माने तो 2018 की अपेक्षा इस वर्ष घुसपैठ की वारदातों में करीब 43 फीसदी की कमी आई है.
गृह मंत्रालय द्वारा लोकसभा में दाखिल किए गए लिखित जवाब में बताया गया है कि सीमा पार से घुसपैठ के प्रयास मुख्यतय: जम्मू और कश्मीर में होते रहे हैं. सीमापार से प्रायोजित और समर्थित दहशतगर्द आतंकी घाटी सहित देश के विभिन्न हिस्सों में आतंकी वारदात को अंजाम देने की नापाक कोशिशों में लगे रहते हैं. गृह मंत्रालय के अनुसारभारत सरकार ने सीमापार से घुसपैठ को रोकने के लिए बहु-आयामी दृष्टिकोण अपनाए हैं. जिसके अतंर्गत, अंतर्राष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर कई स्तरों में सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है.
घुसपैठ रोकने के लिए उठाए गए कई कदम
गृह मंत्रालय के अनुसार, सीमापार से घुसैठ की कोशिशों को नाकाम करने के लिए अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा के ज्यादातर हिस्सों में बाड़ लगाने का कार्य लगभग पूरा कर लिया गया है. वहीं,इंटेलीजेंस और एंटी ऑपरेशन टीम के बीच बेहतर समन्यवय से भी घुसपैठ की कोशिशों को नाकाम किया गया है. मंत्रालय के अनुसार, घुसपैठियों से मोर्चा लेने के लिए सुरक्षाबलों को उन्नत हथियार उपलब्ध कराए गए हैं और आतंकियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई गई है.
घुसपैठ की कोशिश कर रहे 126 आतंकी मारे गए
गृह मंत्रालय के अनुसार, जम्मू और कश्मीर में पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष घुसपैठ की वारदातों में करीब 43 फीसदी की कमी आई है. एक अनुमान के अनुसार, 2016 से 2018 के बीच करीब घुसपैठ करीब 398 वारदातें सामने आईं थीं. जिसमें 2016 में 119, 2017 में 136 और 2018 में 143 घुसपैठ की वारदातों को अंजाम दिया गया था. मंत्रालय के अनुसार, सुरक्षाबलों ने इसी समयावधि में घुसपैठ की कोशिश कर रहे 126 आतंकियों को मार गिराया था.
घुसपैठियों के खिलाफ कार्रवाई में हताहत हुए 49 जवान
लोकसभा में दिए गए लिखित जवाब में गृह मंत्रालय ने बताया है कि 2016 से 2018 के बीच कुल 4 घुसपैठियों को गिरफ्तार किया गया है. जिसमें 2016 में तीन और 2018 में एक घुसपैठियों को गिरफ्तार किया गया था. वहीं, घुसपैठियों के खिलाफ कार्रवाई के दौरान, सुरक्षाबलों के 49 जवान हताहत हुए थे. जिसमें सर्वाधिक 37 जवान 2016 में हताहत हुए थे, जबकि 2017 में 11 और 2018 में एक जवान घायल हुए थे.