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पटना: एनडीए (NDA) का एक और घटक बीजेपी (BJP) से नाराज होता दिख रहा है. जेडीयू (JDU) ने अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) में अपने विधायकों के पाला बदलकर बीजेपी में जाने को लेकर रविवार को नाराजगी जताते हुए कहा है,‘यह गठबंधन राजनीति का कोई अच्छा संकेत’ नहीं है. जेडीयू ने बीजेपी को अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) के समय पालन किये जाने वाला गठबंधन धर्म निभाने की नसीहत दी है.
जेडीयू (JDU) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद पार्टी महासचिव केसी त्यागी ने नाराजगी जताई है. हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) के घटनाक्रम का बिहार की राजनीति पर कोई प्रभाव नहीं होगा क्योंकि यहां उसकी गठबंधन सरकार में ‘कोई विवाद नहीं है.’ बता दें, नीतीश कुमार (Nitish Kumar) बिहार (Bihar) में गठबंधन सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं जिसमें जेडीयू, बीजेपी, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) उसके घटक के तौर पर शामिल हैं.
पूर्वोत्तर राज्य अरुणाचल प्रदेश में छह विधायकों के जेडूयू (JDU) छोड़कर भाजपा में शामिन होने के बाद राज्य में जेडीयू का एक विधायक ही बचा है. इसके बाद त्यागी ने कहा, ‘पार्टी ने अरुणाचल प्रदेश के घटनाक्रम पर नाराजगी, विरोध जताया है. यह गठबंधन की राजनीति के लिए अच्छा संकेत नहीं है.’ त्यागी ने कहा, ‘साझेदारों को वैसी ‘गठबंधन राजनीति’ का पालन करना चाहिए जैसा अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल या पिछले 15 वर्षों से बिहार में किया गया.’
उन्होंने कहा, ‘गठबंधन सहयोगियों को गठबंधन सरकार चलाते हुए ‘अटल धर्म’ का पालन करना चाहिए.’ उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा सफलतापूर्वक 23 सहयोगियों की गठबंधन सरकार चलाने का उल्लेख करते हुए कहा कि उनके (सहयोगियों) के बीच कोई विरोधाभास नहीं था. त्यागी ने कहा कि पार्टी नेता ने गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) और भाजपा प्रमुख जे पी नड्डा (JP Nadda) से कहा था कि उन्हें ऐसा विपक्ष नहीं मिलेगा जो सरकार के लिए किसी भी तरह की परेशानी पैदा न करे, इसलिए उन्हें अरुणाचल मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि ‘उन्हें (जेडीयू विधायकों को) मंत्रिमंडल में शामिल करने के बजाय उन्होंने (BJP) उन्हें अपनी पार्टी में शामिल किया. यह गठबंधन सरकार की मूल भावना के खिलाफ है.’
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यह पूछे जाने पर कि क्या पार्टी भाजपा नेतृत्व को अपनी नाराजगी से अवगत कराएगी, उन्होंने कहा कि उन्हें नाराजगी के बारे में मीडिया के माध्यम से अवगत कराया जाएगा. त्यागी ने नीतीश कुमार द्वारा पार्टी की बैठक में दिए गए भाषण का जिक्र करते हुए कहा कि विधान सभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद नीतीश कुमार मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहते थे और उन्होंने इस बारे में अपनी पार्टी और सहयोगी भाजपा दोनों को बताया था. एक सवाल के जवाब में त्यागी ने कहा कि पार्टी पश्चिम बंगाल विधान सभा चुनाव लड़ेगी.
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