69वें गणतंत्र दिवस पर राजपथ पर दिखी भारत की सैन्य ताकत और संस्कृति के रंग
सैन्य शक्ति को प्रदर्शित करते बलों के मार्च के बाद देश की सांस्कृतिक विरासत को दिखाती झांकियां भी परेड में दिखीं. परेड में पहली बार आकाशवाणी की झांकी शामिल हुई, जोकि एवं कई राज्यों, मंत्रालयों और अन्य समेत 23 झांकियों का अगुवाई करती दिखी.
नई दिल्ली : भारत आज अपना 69वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. इस मौके पर राजपथ पर आयोजित परेड मेें देश के सैन्य कौशल तथा सांस्कृतिक विविधता की झलक दिखी. 10 आसियान देशों के शीर्ष नेता परेड देखने के लिए विशेष अतिथि के रूप में राजपथ पर मौजूद रहेे. आसियान देशों में थाइलैंड, वियतनाम, इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपीन, सिंगापुर, म्यामां, कंबोडिया, लाओस और ब्रूनेई शामिल हैं. परेड में देश की सैन्य शक्ति को दिखाते अत्याधुनिक हथियार दिखे, जिसमें टैंक टी-90, ब्रह्मोस शस्त्र प्रणाली, हथियार खोजी रडार स्वाति, टैंक टी-72, आकाश मिसाइल, ब्रह्मोस मिसाइल, निर्भय मिसाइल आदि शामिल रहीं. परेड के आखिर में वायुसेना के कई विमानों के साथ एमआई-17 और रुद्र सशस्त्र हेलीकॉप्टरों ने भी फ्लाईपास्ट किया.
बीएसएफ की महिला जवानों की मोटरसाइकिल सवार टुकड़ी ने करतब दिखाए
पहली बार इस परेड में बीएसएफ की महिला जवानों की मोटरसाइकिल सवार टुकड़ी ने करतब दिखाए. उनके करतब देख राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद मुस्कुराते हुए दिखे. महिला जवानों के करतबों की राजपथ पर दर्शन दीर्घा में मौजूद सभी लोगों ने खूब सराहना की.
राष्ट्रपति ने परेड में शामिल हुई सैन्य दस्तों की सलामी ली
परेड मेें भारतीय सेना की अलग-अलग रेजिमेंटों, सशस्त्र बलों और पुलिस बलों की टुकडि़यों ने भी परेड में भाग लिया. राष्ट्रपति ने परेड में शामिल हुई सैन्य दस्तों की सलामी ली. परेड में राजपूताना राइफल्स रेजिमेंट का एक दल पहली बार आसियान देशों के ध्वजों के साथ दिखा. परेड में वीरता पुरस्कार से सम्मानित 18 बच्चे भी शामिल हुए. परेड में अलग-अलग राज्यों का प्रतिनिधित्व कर रहे बच्चों ने पारंपरिक नृत्य प्रस्तुत किया.
परेड में पहली बार आकाशवाणी की झांकी शामिल हुई
सैन्य शक्ति को प्रदर्शित करते बलों के मार्च के बाद देश की सांस्कृतिक विरासत को दिखाती झांकियां भी परेड में दिखीं. परेड में पहली बार आकाशवाणी की झांकी शामिल हुई, जोकि एवं कई राज्यों, मंत्रालयों और अन्य समेत 23 झांकियों का अगुवाई करती दिखी. आकाशवाणी की झांकी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मासिक ‘मन की बात’ संबोधन की भी झलक दिखी.
वायुसेना के कमांडो ज्योति प्रकाश निराला को मरणोपरांत अशोक चक्र
सुबह करीब 10 बजे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद समारोह स्थल पहुंचे और राजपथ पर ध्वज फहराया. परेड की शुरुआत में तीनों सेनाओं के सर्वोच्च कमांडर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को 21 तोपों की सलामी दी गई. इसके बाद उन्होंने वायुसेना के कमांडो ज्योति प्रकाश निराला मरणोपरांत अशोक चक्र से सम्मानित किया.
राष्ट्रपति-पीएम के साथ आसियान नेता सलामी मंच पर मौजूद
अभूतपूर्व सुरक्षा व्यवस्था के बीच राजपथ पर आयोजित परेड में सलामी मंच पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ आसियान के 10 देशों के नेता मौजूद रहे. आसियान देशों के नेताओं एवं राष्ट्राध्यक्षों में ब्रूनेई के सुल्तान हाजी-हसनल-बोल्किया मुइज्जाद्दीन वदाउल्लाह, इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विदोदो, फिलीपीन के राष्ट्रपति रोड्रिगो रोआ डूतरेत, कंबोडिया के प्रधानमंत्री हुन सेन, सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सिएन लूंग, मलेशिया के प्रधानमंत्री दातो स्री मोहम्मद नजीब बिन तुन अब्दुल रज़ाक, थाईलैंड के प्रधानमंत्री जनरल प्रयुत छान-ओ-चा, म्यांमार की स्टेट काउंसलर आंग सांग सू ची, वियतनाम के प्रधानमंत्री नग्युएन जुआन फूक और लाओ पीडीआर के प्रधानमंत्री थोंगलोंन सिसोलिथ शामिल हैं.
पीएम मोदी ने अमर जवान ज्योति पर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुबह करीब 9.30 बजे इंडिया गेट पहुंचे. यहां अमर जवान ज्योति पर उन्होंने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण के अलावा थल सेना, वायु सेना और नौसेना प्रमुख भी मौजूद थे. इसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी राजपथ पहुंचे और उन्होंंने 10 आसियान देशों के शीर्ष नेताओंं का राजपथ पर स्वागत किया.
इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने देश के लोगों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दीं.
BSF की महिला जवानों की मोटरसाइकिल सवार टुकड़ी दिखाएगी करतब
सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम
गणतंत्र दिवस के मद्देनजर पूरे देश में सुरक्षा के लिहाज से हाईअलर्ट घोषित किया गया. 69वें गणतंत्र दिवस समारोहों के लिए सुरक्षा के अभूतपूर्व प्रबंध किए गए. हजारों सुरक्षाकर्मियों को किसी भी आतंकी हमले या अप्रिय घटना को रोकने के लिए तैनात किया गया. राजपथ से लाल किला तक आठ किलोमीटर लंबे परेड मार्ग पर नजर रखने के लिए मोबाइल हिट टीम, विमान-रोधी प्रणालियों और शार्पशूटर्स को तैयार रखा गया है. ऊंची इमारतों पर शूटरों को तैनात किया गया, वहीं बड़ी संख्या में सीसीटीवी कैमरों की मदद से परेड मार्ग पर आवाजाही कर लोगों पर नजर रखी गई.
विमान-रोधी बंदूकों सहित हवाई सुरक्षा के व्यापक प्रबंध
हवाई क्षेत्र को सुरक्षित बनाने के लिए विमान-रोधी बंदूकों सहित हवाई सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे. दिल्ली पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बलों के 60,000 जवानों को मध्य दिल्ली में तैनात किया गया. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि किसी भी हमले को रोकने या संदिग्ध तौर पर हवा में उड़ने वाली वस्तुओं की पहचान के लिए ड्रोन-रोधी तकनीक का भी इस्तेमाल किया गया. सुरक्षाकर्मियों ने भीड़-भाड़ वाले बाजारों, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और अधिक महत्व वाले प्रतिष्ठानों को संवेदनशील स्थानों के रूप में चिन्हित किया गया और उन्हें सुरक्षित बनाने के लिए प्रयास किए गए.
ये भी पढ़ें- राष्ट्रपति का राष्ट्र के नाम संबोधन: बेटियों को मिलें बेटों के बराबर मौके, पढ़ें भाषण की 7 बातें
यातायात पुलिस के 1500 कर्मियों की तैनाती
परिवर्तित मार्गों के प्रबंधन और गणमान्य लोगों को सुरक्षित तरीके से कार्यक्रम स्थल तक पहुंचाने के लिए यातायात पुलिस ने 1500 कर्मियों की तैनाती की गई. इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से सुबह 10.35 बजे से दोपहर के सवा बारह बजे तक किसी भी वाणिज्यिक विमान का परिचालन नहीं किया गया.
ये भी पढ़ें- महेंद्र सिंह धोनी और पंकज आडवाणी को पद्म सम्मान, देखें पूरी लिस्ट