गणपति के 7 उपाय से किस्मत बदल जाये
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गणपति के 7 उपाय से किस्मत बदल जाये

किसी भी शुभ कार्य का शुभारंभ श्रीगणेश के नाम से होता है। बच्चों को विद्या अध्ययन के लिये स्कूल भेजते समय उनकी स्लेट पर सबसे पहले “श्रीगणेशाय नम:”ही लिखा जाता है। विद्या के देव के प्रति श्रद्धा और विनम्रता रखकर विद्या पाई जा सकती है। विद्या से हमें ज्ञान और बुद्धि मिलती है। हमारे जीवन की आधारशिला विद्या ही है। विद्या जीवन की पहली संपत्ति है। विद्या का आधार बुद्धि है, जो दिमाग में रहती है। गणेश बुद्धि के भी देवता हैं। मनुष्य में बुद्धि ही प्रधान है। शक्ति तो पशुओं में भी होती है लेकिन मनुष्य को पशुओं से ऊपर रखने वाली बुद्धि ही है। बुद्धि की रक्षा के लिए शक्ति ज़रुरी है, लेकिन शक्ति को बनाये रखने के लिये बुद्धि ज़रुरी है। गणेशजी के सिर पर हाथी का मस्तक बुद्धि का प्रतीक है। बुद्धि से हमें अच्छे विचार मिलते हैं। बुद्धि ही हमें भलाई और बुराई में फर्क बताती है। गणेश के शरीर में हाथी का सिर बुद्धि, कर्म और शक्ति का प्रतीक है। सिर से जुड़ी सूंड बताती है कि बुद्धि, कर्म और शक्ति में तालमेल होना चाहिये। इसी सामंजस्य से ही हमें सफलता मिलती है। अगर आपको भी बुद्धि के बल पर सफलता पानी हो, लेकिन सफलता की राह में रुकावट आ रही है तो उसे इन उपायों से दूर किया जा सकता है।

फाइल फोटो

दिल्ली: किसी भी शुभ कार्य का शुभारंभ श्रीगणेश के नाम से होता है। बच्चों को विद्या अध्ययन के लिये स्कूल भेजते समय उनकी स्लेट पर सबसे पहले “श्रीगणेशाय नम:”ही लिखा जाता है। विद्या के देव के प्रति श्रद्धा और विनम्रता रखकर विद्या पाई जा सकती है। विद्या से हमें ज्ञान और बुद्धि मिलती है। हमारे जीवन की आधारशिला विद्या ही है। विद्या जीवन की पहली संपत्ति है। विद्या का आधार बुद्धि है, जो दिमाग में रहती है। गणेश बुद्धि के भी देवता हैं। मनुष्य में बुद्धि ही प्रधान है। शक्ति तो पशुओं में भी होती है लेकिन मनुष्य को पशुओं से ऊपर रखने वाली बुद्धि ही है। बुद्धि की रक्षा के लिए शक्ति ज़रुरी है, लेकिन शक्ति को बनाये रखने के लिये बुद्धि ज़रुरी है। गणेशजी के सिर पर हाथी का मस्तक बुद्धि का प्रतीक है। बुद्धि से हमें अच्छे विचार मिलते हैं। बुद्धि ही हमें भलाई और बुराई में फर्क बताती है। गणेश के शरीर में हाथी का सिर बुद्धि, कर्म और शक्ति का प्रतीक है। सिर से जुड़ी सूंड बताती है कि बुद्धि, कर्म और शक्ति में तालमेल होना चाहिये। इसी सामंजस्य से ही हमें सफलता मिलती है। अगर आपको भी बुद्धि के बल पर सफलता पानी हो, लेकिन सफलता की राह में रुकावट आ रही है तो उसे इन उपायों से दूर किया जा सकता है।
-गणपति उपाय से हर विघ्न दूर
 किसी काम में बार बार विघ्न आ रहा हो तो गणेश जी को 4 नारियल की माला चढ़ायें,सारे विघ्न  देखते ही देखते दूर हो  जायेंगे और आपको काम में सफलता मिलेगी।
-गणपति उपाय से प्रतियोगिता में सफलता 
 कच्चे सूत में 7 गांठ लगाकर जय गणेश काटो कलेश कहते हुए गणेशजी को चढ़ायें, उसके बाद धागा अपने पर्स में  रखें,  ऐसा करने से परीक्षा या इंटरव्यू में सफलता मिलेगी। 
-गणपति उपाय से वाकपटुता
 अगर आप बोलने में संकोच करते हैं, या वाणी संबंधी कोई दोष है, रुक-रुक कर बोलते हैं तो  वाणी  दोष दूर करने के  लिए  गणपति को केले की माला चढ़ायें। 
-गणपति उपाय से यादाश्त तेज़
 स्मरण शक्ति बढ़ाने के लिए मुरमुरे से हवन करें और गणपति अथर्वशीर्ष के अंतिम श्लोक का पाठ करें
 महाविघ्नात्प्रमुच्यते।। महादोषात्प्रमुच्यते।। महापापात् प्रमुच्यते।
 स सर्व विद्भवति स सर्वविद्भवति। य एवं वेद इत्युपनिषद।।

-गणपति उपाय से लेखन क्षमता में वृद्धि
 अगर आप परीक्षा के दौरान बहुत कुछ आने के बावजूद, उत्तर लिखते समय भूल जाते हैं तो फिर ॐ व्रात पतये      नम:ॐ वरद मूर्तए नम: मंत्र का जाप परीक्षा से पहले करें। ऐसा करने से आप परीक्षा देते समय, उत्तर बहुत अच्छी तरह  से लिख पायेंगे। 
-गणपति का सफलता पाने का उपाय
 अगर आप जीवन के हर क्षेत्र में सफल होना चाहते हैं तो इसके लिए आप सुबह उठकर अपने माता-पिता का पैर  अवश्य  स्पर्श करें। गणपति ऐसा करके ही प्रथम पूज्य कहलाये। इस उपाय को आज भी सफलता की गारंटी माना जाता  है।   
-गणपति उपाय से क्रोध शांत
 अगर आपको बात-बात पर गुस्सा आता है तो उसे दूर करने के लिए लंबोदर गणपति को लाल रंग का कोई भी फूल  चढ़ायें। 

 

 

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