क्या Chinese कंपनियों ने समेट लिया भारत से अपना कारोबार? Anurag Thakur ने राज्य सभा दिया ये जवाब
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क्या Chinese कंपनियों ने समेट लिया भारत से अपना कारोबार? Anurag Thakur ने राज्य सभा दिया ये जवाब

वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) ने राज्य सभा (Rajya Sabha) में जानकारी देते हुए बताया कि भारत में 80 चीनी कंपनियां कारोबार कर रही हैं, जबकि देश में 92 चाइनीज कंपनिया पंजीकृत हैं.

अनुराग ठाकुर

नई दिल्ली: चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर जारी तनाव के बीच वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) ने राज्य सभा में बताया कि भारत में 80 चीनी कंपनियां कारोबार कर रही हैं. इस मामले पर जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि भारत में 92 कंपनिया पंजीकृत हैं.

  1. भारत में 92 चाइनीज कंपनिया पंजीकृत हैं
  2. अनुराग ठाकुर ने कहा कि सभी  कंपनियों को नियम मानना होगा
  3. सीमा पर 9 महीने से चल रहा है भारत-चीन विवाद

सभी कंपनियों को मानना होगा नियम: अनुराग ठाकुर

सीमा पर चीन के साथ जारी विवाद और गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़क के बाद चीनी कंपनियों को प्रतिबंधित करने के एक सवाल पर जवाब देते हुए अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) ने इस बात की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि नियम पहले से ही लागू हैं और सभी कंपनियों को इसका अनुपालन करना होगा.

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मोदी सरकार ने 59 ऐप पर लगाया प्रतिबंध

बता दें कि नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार ने पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में हुआ घटना के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरे का हवाला देते हुए टिकटॉक और यूसी सहित 59 चीनी ऐप्स के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया था. 

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दूरसंचार क्षेत्र पर राष्ट्रीय सुरक्षा निर्देश को मंजूरी

अनुराग ठाकुर ने राज्य सभा में सरकार की ओर से बताया, 'भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा एफडीआई को विनियमित किया जाता है और रक्षा, अंतरिक्ष और परमाणु ऊर्जा सहित कुछ क्षेत्रों को छोड़कर इसे सरकार की अनुमति के साथ इजाजत दी गई है.' उन्होंने बताया, 'इससे पहले 24 दिसंबर को कैबिनेट की सुरक्षा समिति की बैठक में सरकार ने दूरसंचार क्षेत्र पर राष्ट्रीय सुरक्षा निर्देश को मंजूरी दी थी. राष्ट्रीय स्तर पर एक सुरक्षित नेटवर्क को बनाने के मद्देनजर यह कदम उठाया गया है, ताकि भविष्य के 5जी नेटवर्कस में टेलीकॉम ऑपरेटर्स द्वारा चीनी उपकरणों के इस्तेमाल को प्रतिबंधित किया जा सके.'

9 महीने से चल रहा है भारत-चीन विवाद

बता दें कि भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर विवाद पिछले साल मई में शुरू हुआ था, जब चीन ने लद्दाख के अक्साई चिन की गलवान घाटी (Galwan Valley) में भारत की ओर से सड़क निर्माण को लेकर आपत्ति जताई थी. 5 मई को भारतीय सेना और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प होने के बाद सैन्य गतिरोध पैदा हो गया. इसके बाद चीनी सैनिक 9 मई को सिक्किम के नाथू ला (Nathu La) में भी भारतीय सैनिकों के साथ उलझ गए थे, जिसमें कई सैनिकों को चोटें आई थीं.

इसके बाद 15 जून को भी लद्दाख की गलवान घाटी (Galwan Valley) में भारत और चीनी सैनिकों के बीच झड़प हुई, जिसमें 20 भारतीय जवान शहीद हो गए थे. इसके बाद भारत और चीन के बीच कई स्तर की बातचीत हो चुकी है, लेकिन गतिरोध पर कोई हल नहीं निकला है. 20 जनवरी 2021 को सिक्किम में नाकू ला (Naku La) में घुसपैठ की कोशिश की. इसके बाद जब भारतीय सेना के जवानों ने चीनी सैनिकों को रोकने की कोशिश की तो दोनों पक्षों में झड़प हो गई और दोनों देशों के कई सैनिक जख्मी हुए थे.

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