पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 92 नए केस आए, 4 की मौत, कुल संक्रमित मरीज 1071: स्वास्थ्य मंत्रालय
Advertisement

पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 92 नए केस आए, 4 की मौत, कुल संक्रमित मरीज 1071: स्वास्थ्य मंत्रालय

देशभर में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 1071 हो गई है. 

देशभर में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 1071 हो गई है.

नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस (coronavirus) का प्रक्रोप बढ़ता ही जा रहा है. पिछले 24 घंटे में कोरोना के संक्रमण के 92 नए केस सामने आए हैं. 4 की मौत हुई है. देशभर में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 1071 हो गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Union Health Ministry) के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी.   

अग्रवाल ने कहा है कि देश में लॉकडाउन के दौरान 100 फीसदी में से अगर 99 फीसदी लोगों ने लॉक डाउन का पालन किया और 1 फीसदी लोगों ने इसका पालन नहीं किया तो देश की सारी जो तैयारियां हैं, वह पूरी तरह से बेकार हो जाएंगी. फिर लॉक डाउन का कोई मतलब नहीं रहेगा. कोरोना वायरस को पूरी तरह से रोकने के लिए 100 फीसदी लॉकडाउन का पालन करना हर हाल में जरूरी है. 

लव अग्रवाल ने कहा है कि लॉक डाउन का असर दिख रहा है और हम सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ रहे हैं. 100 से 1000 केस में हमारे देश में 12 दिन मे आए जबकि विकसित देशों में 3500, 5000, 8000 के केस आए हैं. देश में अभी तक कोरोना वायरस के कुल 1071 मामले अब तक 29 लोगों की मौत हुई है. बीते 24 घंटे में 92 नए मामले सामने आए हैं. 

सरकार की तरफ से कहा गया कि हर हाल में समाज के हर व्यक्ति का सहयोग चाहिए. अगर एक भी व्यक्ति छूटता है, सहयोग नहीं करता तो जीरो पर आ जाएंगे. 100% प्रयास की जरूरत है. केंद्र सरकार की तरफ से देश में हर तरह के इंतजाम करने के लिए और किसी भी हालात से निपटने के लिए प्रधानमंत्री ने 10 एम्पॉवर्ड ग्रुप बनाए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि गाइड लाइन का 100% अमल हो और यदि 99% हुआ तो सब बेकार हो जाएगा.

कोरोना वायरस से ज्यादा उम्र के लोगों को कुछ ज्यादा दिक्कतें हैं, उन्हें ज्यादा सावधान और सतर्क रहने की जरूरत है. उनके लिए अलग से केंद्र सरकार ने क्या करें क्या ना करें, इसकी एडवाइजरी जारी की गई है. कोरोना वायरस निपटने के लिए डेडिकेटेड अस्पताल बनाने पर फोकस कर रहे हैं और देशभर में तैयार भी किए जा रहे हैं. सिर्फ सावधान और जागरूक रहने की जरूरत है.

एक बात खास तौर से स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से कही गई है कि यदि आपको जरा सा भी कोई शक है तो मामला छुपाए नहीं. यदि किसी ने भी इस तरह का मामला छुपाया तो इसके घातक परिणाम पूरे समाज को भुगतने पड़ेंगे. 

इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में गृह मंत्रालय की ज्वाइंट सेक्रेट्री पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने कहा कि लॉकडाउन का पालन हो रहा है, समस्या जहां-जहां आ रही है कंट्रोल रूम से उसका समाधान किया जा रहा है. जो लोग वंचित हैं, लेबर तबका है, सभी लोगों को खाने का प्रबंध किया जा रहा है. भोजन और शेल्टर का प्रावधान किया जा रहा है.

गृह मंत्रालय की तरफ से एक बार फिर यह साफ किया गया है कि जो भी नौकरी प्रदाता कंपनियां हैं वह बिना किसी डिडक्शन के पूरी सैलरी या वेतन का भुगतान करेंगे उसमें से कोई भी डिडक्शन नहीं होगा. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में आईसीएमआर की तरफ डॉ. आर गंगाखेड़कर ने बताया कि अभी तक कुल 38442 टेस्ट किए जा चुके हैं. 115 आईसीएमआर की लैब टेस्ट कर रही हैं जबकि 47 प्राइवेट लैब में 1334  लोगों के टेस्ट तक हो चुके हैं.

ये भी देखें:

 

स्वास्थ्य मंत्रालय और टेक्सटाइल मिनिस्ट्री ने आपस में कॉर्डिनेट करके देश की 12 मैन्युफैक्चरर्स कंपनियों को पीपीई किट बनाने के लिए जिम्मा सौंपा है. अभी यह कंपनियां 6 से 7000 के प्रति दिन तैयार कर रही हैं लेकिन अगले कुछ दिनों में यह 15000 हर दिन बनाने लगेगी. इन सब को 21 लाख पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट किट तैयार करने के आदेश दिए गए हैं. 

Trending news