यह पहला मौका है जब मोदी ने 'लॉकडाउन' के दौरान इस वैश्विक महामारी के खिलाफ लोगों को एकजुट करने की कोशिश की.
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नई दिल्ली: कोरोना वायरस संकट से निपटने में राष्ट्र के 'सामूहिक संकल्प और एकजुटता' को प्रदर्शित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर 'रविवार रात नौ बजे नौ मिनट तक' करोड़ों देशवासियों ने अपने घर की लाइट बुझाकर दीये जलाए. मोमबत्ती मोबाइल फोन की फ्लैशलाइट जलाई.
यह पहला मौका है जब मोदी ने 'लॉकडाउन' के दौरान इस वैश्विक महामारी के खिलाफ लोगों को एकजुट करने की कोशिश की. लॉकडाउन से ठीक पहले 22 मार्च को 'जनता कर्फ्यू' के दौरान भी लोगों ने प्रधानमंत्री की अपील पर ताली, थाली, और घंटी आदि बजाकर कोरोना वायरस संकट का मुकाबला कर रहे स्वास्थ्यकर्मियों का उत्साह बढ़ाया था.
प्रधानमंत्री मोदी ने दीप प्रज्ज्वलित करके पूरे विश्व के स्वास्थ्य के लिये प्रार्थना की. उन्होंने ट्वीट करके लिखा---शुभं करोति कल्याणं आरोग्यं....
शुभं करोति कल्याणमारोग्यं धनसंपदा ।
शत्रुबुद्धिविनाशाय दीपज्योतिर्नमोऽस्तुते ॥ pic.twitter.com/4DeiMsCN11— Narendra Modi (@narendramodi) April 5, 2020
प्रकाश पर्व के बाद पीएम मोदी ने कहा, "आज पूरा देश कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई में एकजुट होकर खड़ा है. हम भारतवासी अपनी एकता और विश्वास से इस लड़ाई में जरूर विजयी होंगे."
आज पूरा देश कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई में एकजुट होकर खड़ा है।
प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में हम भारतवासी अपनी एकता और विश्वास से इस लड़ाई में जरूर विजयी होंगे। #9pm9minute pic.twitter.com/3PoAAHNhuU
— BJP (@BJP4India) April 5, 2020
रविवार रात नौ बजते ही, ज्यादातर घरों में बत्तियां बुझा दी गई और लोगों ने बालकनी में खड़े होकर मोबाइल फोन की फ्लैशलाइट जलाई. कइयों ने दीये और मोमबत्ती भी जलाए. गौरतलब है कि पीएम मोदी ने शुक्रवार को लोगों को से अनुरोध किया था कि वे कोरोना वायरस को पराजित करने के लिये सामूहिक संकल्प और एकजुटता प्रदर्शित करने के लिये रविवार रात नौ बजे नौ मिनट के लिए लाइट बुझा दें.
इस वैश्विक महामारी से दुनियाभर में 65,600 लोगों की मौत हो चुकी है और 10 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं. मोदी ने कोरोना वायरस महामारी को फैलने से रोकने के लिये 24 मार्च को राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की घोषणा की थी और यह उसी रात मध्य रात्रि से प्रभावी हो गया था.