जयपुर: अफगानिस्तान (Afghanistan) पर तालिबान के कब्जे के बाद पूरी दुनिया में हलचल है और हर कोई तालिबान (Taliban) की हरकतों की निंदा कर रहा है. लेकिन भारत में कुछ लोग ऐसे हैं जो तालिबान की कट्टर विचारधारा के समर्थक हैं और उसे प्रमोट करने का काम भी कर रहे हैं. राजस्थान (Rajasthan) से भी एक ऐसा ही मामला सामने आया है.


तालिबान नाम की क्रिकेट टीम


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ऐसे समय में जब तालिबानी आतंकियों ने अफगानिस्तान को संकट में डाल दिया है, राजस्थान में एक ग्रुप ने अपनी क्रिकेट टीम का नाम 'तालिबान' रखा है, जिससे लेकर अब विवाद गहराता जा रहा है. रणनीतिक रूप से अहम शहर पोखरण (Pokhran) से करीब 36 किलोमीटर दूर जैसलमेर जिले के भनियाना गांव में युवकों के एक ग्रुप ने 'तालिबान' नाम की टीम के साथ स्थानीय क्रिकेट टूर्नामेंट में हिस्सा लिया.



इस टूर्नामेंट की शुरुआत के साथ ही आयोजकों ने अपनी गलती का अहसास हुआ और उन्होंने टीम को टूर्नामेंट से तुरंत हटा दिया है. सूत्रों के अनुसार, इस इलाके में अल्पसंख्यक समुदाय का दबदबा है और इसे काफी संवेदनशील माना जाता है, क्योंकि यह पोखरण फायरिंग रेंज पास में स्थित है, जहां भारत ने परमाणु परीक्षण किया था.


विवाद के बाद टूर्नामेंट से हटाया


टूर्नामेंट के आयोजक इस्माइल खान ने कहा, 'तालिबान नाम की टीम को गलती से शामिल कर लिया गया था. इसे अब टूर्नामेंट से बाहर कर दिया गया है.' आयोजन समिति के एक अन्य सदस्य ने पुष्टि करते हुए बताया कि टीम को अपना पहला मैच पूरा होने के तुरंत बाद टूर्नामेंट से हटा दिया गया और उस पर पूरी तरह से बैन लगा दिया गया है.


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उन्होंने कहा कि इस बार ऑनलाइन स्कोरिंग शुरू की गई है, जिसके कारण इस घटना की सूचना मिली. आयोजकों ने माफी भी मांगी और भरोसा दिया कि इस तरह के आयोजन को फिर से दोहराया नहीं जाएगा.