कार्यक्रम में उस वक्त हंगामा मच गया जब नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारी वहां पहुंच गए और पोस्टर-बैनरों के साथ हंगामा करने लगे.
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नई दिल्ली: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के कार्यक्रम में उस वक्त हंगामा मच गया जब नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारी वहां पहुंच गए और पोस्टर-बैनरों के साथ हंगामा करने लगे. उस वक्त मंच पर आरएसएस के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार भी मौजूद थे. हंगामे पर विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि कुछ लोग मानते हैं कि अभिव्यक्ति की आजादी केवल उनके लिए ही है. वे बहस-विमर्श के लिए नहीं आते बल्कि हंगामा करने आते हैं.
इस मसले पर इंद्रेश कुमार ने कहा कि मीडिया में आप इस घटना को कैसे दिखाएंगे वो आपकी च्वाइस है, अमन इस्लाम का रास्ता है. इस्लाम की सच्ची सोच वाले आराम से बैठे हैं. सब कुछ जानने के लिए आए हैं. मुझे पूरा विश्वास है कि मीडिया शैतान को शैतान ही दिखायेगा, यदि शैतान को शैतान नही दिखायेगा तो मीडिया नाकाम हो जाएगा. शैतान आया और दंगे किये लेकिन लोगों ने उसे बाहर कर दिया.
#WATCH Delhi: A group of protesters created ruckus at an event of Muslim Rashtriya Manch, by showing banners and raising slogans against #CitizenshipAmendmentAct and NRC. RSS leader Indresh Kumar was also present on the stage. pic.twitter.com/8WWstcnvaG
— ANI (@ANI) January 16, 2020
उन्होंने कहा कि CAA किसी की नागरिकता लेने के लिए नहीं देने के लिए है. हिंदुस्तान में 6 माइनॉरिटी हैं, परंतु यहां हिन्दू पर भी जुल्म होता है, 5 लाख हिंदू पर जम्मू-कश्मीर में जुल्म हुआ. केरल और पश्चिम बंगाल में भी जुल्म हुआ. आज की मौजूदा सरकार प्रो माइनॉरिटी सरकार है. आज कांग्रेस, लेफ्ट और कुछ कट्टरपंथी साथ मिले हैं
इंद्रेश कुमार ने कहा कि राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के जरिये अपने कार्यकर्ताओं का ट्रेनिंग कार्यक्रम कर रहा था. धार्मिक नेता और इंटेलेक्चुअल भी शामिल हुए. आज इसकी शुरुआत की है. आगे अगले तीन से चार माह में अलग अलग शहरों में होगा. मुझे पूरा यकीन है कि अंधेरा हटेगा बहकना और भड़काना खत्म होगा. देश एक सही रास्ते पर जायेगा. भड़काने और बहकाने वाली ताकतें हारेंगी और सच बताने वाली और हिंदुस्तान को जोड़ने वाली ताकतें जीतेंगी.
उन्होंने कहा कि अगले 5 महीनों में 2000 से अधिक स्थानों में ऐसे कार्यक्रम होंगे. कार्यक्रम में सीएए के विरोध में नारे लगाने और हंगामा करने पर कहा. कौन है ये आप तय करिए. हम किसी के प्रति कटुता प्रकट नहीं करेंगे. जिन्होंने ऐसा किया भगवान उनको सतबुद्धि दे.
इंद्रेश कुमार ने कहा कि जामिया, जेएनयू या शाहीनबाग के लोग आज कहने लगे हैं कि जिन्हें विरोध करना है करे लेकिन पढ़ाई में बाधा नहीं डालना चाहिए ऐसी आवाज आने लगी है. किसी ने अभी तक नहीं कहा है कि आप अपनी नागरिकता साबित कीजिए. भ्रम नहीं फैलाया जाना चाहिए. 2014 तक सभी को नागरिकता दे दी गई है. यह नागरिकता छिनने का कानून नहीं है जो लोग ऐसी बात फैलाते हैं वे अज्ञान और अंधकार में है उन्हें दूर करना चाहिए.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस में कुछ नेता राष्ट्र विरोधी भाषा बोलने के फैशनेबुल हैं. भगवान उन्हें सदबुद्धि दे क्योंकि उन्हें बहकना भड़काना और तोड़ना जानते है. वे जोड़ना नहीं जानते हैं. 1947 में देश को तोड़ा. बाद में समाज को बांटने का काम किया. अधीररंजन चौधरी, दिग्विजय सिंह या राहुल गांधी या फिर प्रियंका वाड्रा है. इनके प्रति सहानुभूति है कि इनको समझ आये और नेक रास्ते मे चले. संविधान के अनुसार चले संविधान को तोडे नहीं, इसके साथ खेले नहीं.
(इनपुट: राहुल मिश्रा)