असम में भारतीय वायुसेना का विमान दुर्घटनाग्रस्त, 2 पायलटों की मौत
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असम में भारतीय वायुसेना का विमान दुर्घटनाग्रस्त, 2 पायलटों की मौत

बताया जा रहा है कि विमान जोरहाट एयरपोर्ट से रूटीन उड़ान के लिए उड़ा था. लेकिन थोड़ी देर बाद ही विमान का संपर्क एटीसी से टूट गया.

भारतीय वायुसेना का विमान Microlight Virus SW-80 दुर्घटनाग्रस्त, दोनों पायलटों की मौत (फोटोः एएनआई)

माजुली: असम के माजुली जिले में एक वायुयान के दुर्घटनाग्रस्त होने से भारतीय वायुसेना के दो पायलट मारे गए. रक्षा विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि हल्के वजन का वायुयान जोरहट एयरबेस से उड़ान भरने के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया. वायुयान दोपहर में नियमित उड़ान पर निकला था. नई दिल्ली में अधिकारियों ने बताया कि दो सीटों वाले विमान के मलबे का पता चल गया है और कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी के आदेश दे दिए गए हैं.तेजपुर स्थित रक्षा विभाग के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल हर्षवर्द्धन पांडे ने पीटीआई को बताया कि दुर्घटना में मारे गए दोनों पायलटों की पहचान विंग कमांडर जय पॉल जेम्स और विंग कमांडर डी. वत्स के रूप में हुई है.

नई दिल्ली में रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी कर बताया, ‘‘भारतीय वायुसेना का माइक्रोलाइट वायरस एसडब्ल्यू-80 गुरुवार दोपहर नियमित उड़ान पर निकलने के बाद करीब बारह बजे दुर्घटनाग्रस्त हो गया.’’ अधिकारियों ने बताया कि पायलटों ने आपातकालीन लैंडिंग का प्रयास किया लेकिन जिले के उत्तरी हिस्से में विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया और उसमें आग लग गई.

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दुर्घटना दरबार चापोरी में हुई जो ब्रह्मपुत्र का बालू वाला इलाका है और वहां मनुष्यों की आबादी नहीं है. जिले के दूसरे गांवों के लोगों ने विमान में आग लगते हुए देखा और जिले के अधिकारियों को सूचित किया. जोरहट में दस विंग वायुसेना स्टेशन के वायुसेना कर्मी घटनास्थल की ओर रवाना हो गए जबकि पुलिस और जिले के वरिष्ठ अधिकारी भी दुर्घटनास्थल की ओर रवाना हो गए हैं जहां नाव से पहुंचा जा सकता है.

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भारतीय वायुसेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि घटनास्थल पर पहुंचने के बाद ही विस्तृत ब्यौरा मिल सकता है.वायुसेना के एक अधिकारी ने बताया कि भारतीय वायुसेना ने स्लोवानिया के करीब 80 माइक्रोलाइट विमानों को तीन वर्ष पहले खरीदा था. सामान्य तौर पर उन्हें पर्यावरणीय एवं चिड़ियों की निगरानी के मिशन में तैनात किया जाता है.

(इनपुट भाषा से)

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