सूर्यापेट ग्रामीण पुलिस स्टेशन के सब इंस्पेक्टर ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया, 'शुरुआती जांच से इस बात का पता चलता है कि सत्यनारायण अपनी स्वास्थ्य समस्याओं की वजह से काफी तनाव में थे. उनकी आत्महत्या के बाद पुलिस ने एक मामला दर्ज किया है.'
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तेलंगाना के सूर्यापेट जिले की स्पेशल ब्रांच यूनिट में तैनात एक असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर ने शनिवार की दोपहर को अपने घर पर आत्महत्या कर ली. अधिकारियों ने इस बात की जानकारी मीडिया को दी. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि 54 वर्षीय एएसआई सत्यनारायण ने दोपहर लगभग 1:30 बजे अपने घर में ही फांसी लगा ली थी. सत्यनारायण पिछले एक साल से एक दुर्घटना के बाद से लगातार स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे.
सूर्यापेट ग्रामीण पुलिस स्टेशन के सब इंस्पेक्टर ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया, 'शुरुआती जांच से इस बात का पता चलता है कि सत्यनारायण अपनी स्वास्थ्य समस्याओं की वजह से काफी तनाव में थे. उनकी आत्महत्या के बाद पुलिस ने एक मामला दर्ज किया है और इस आत्महत्या को लेकर पुलिस ने अपनी जांच शुरू कर दी है.' पुलिस अधिकारी ने बताया कि सत्यनारायण की मौत की सही वजह जानने के लिए पुलिस ने अपनी छान-बीन शुरू कर दी है.

तेलंगाना से पहले हरियाणा में आईपीएस ने किया था सुसाइड
आपको बता दें कि तेलंगाना में इस पुलिस अधिकारी की मौत की खबर हरियाणा के पुलिस अधिकारी वाई पूरन कुमार की आत्महत्या की घटना के बाद सामने आई है. आईपीएस पूरन कुमार ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी. 52 वर्षीय वाई पूरन कुमार, 2001 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी, 7 अक्टूबर को अपने सेक्टर 11 के घर के बेसमेंट में एक कमरे में मृत पाए गए थे. उनके शरीर में गोली लगने का घाव पाया गया था और उन्होंने आत्महत्या के पहले एक सुसाइड नोट भी छोड़ा था.
IPS ने लगाए वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों पर शोषण के आरोप
वाई पूरन कुमार ने आत्महत्या से पहले लिखे गए सुसाइड नोट में आठ वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों पर शोषण के आरोप लगाए थे. इन आठ आरोपियों में हरियाणा के डीजीपी कपूर और तत्कालीन रोहतक के एसपी नरेंद्र बिजारनिया का नाम भी शामिल है. पूरन कुमार ने इन दोनों पर कथित तौर पर उत्पीड़न और बदनामी का आरोप लगाया था. अधिकारी ने कुछ अन्य अधिकारियों द्वारा कथित उत्पीड़न, जिसमें जाति-आधारित भेदभाव को भी आत्महत्यी के पीछे की वजह बताया है.
आईपीएस की जांच के लिए 6 सदस्यीय SIT का गठन
आईपीएस अधिकारी की आत्महत्या पर मचे हंगामे के बाद हरियाणा सरकार ने रोहतक के पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजारनिया को हटा दिया. बिजारनिया उन पुलिस अधिकारियों में से एक थे जिनके खिलाफ कुमार की पत्नी ने आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की थी. इस बीच चंडीगढ़ पुलिस ने इस मामले की तेजी से और पूरी तरह से निष्पक्ष जांच करवाने के लिए आईजी पुष्पेंद्र कुमार के नेतृत्व में एक 6 सदस्यीय एसआईटी की टीम गठित कर दी है.
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