Which Seat is Safest in Plane: अहमदाबाद प्लेन क्रैश हादसे के बाद लोगों के मन में ये सवाल उठ रहा है कि फ्लाइट में कौन सी सीट सबसे सुरक्षित होती है. खबर में जानें क्या है इसका जवाब.
Trending Photos
Safest Seat in Plane: अहमदाबाद प्लेन क्रैश हादसे के बाद लोगों में टेंशन काफी ज्यादा बढ़ गई है. लोगों के मन में हवाई सफर को लेकर अब कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. ऐसे में एक सवाल सबसे चर्चे में आ रहा है कि आखिर प्लेन में कौन सी सीट सबसे ज्यादा सुरक्षित होती है? फ्लाइट में कहां बैठने से आप अपनी जान बचा सकते हैं? ऐसे में अगर आपके मन में भी इस तरह से सवाल उठ रहे हैं तो चलिए आपको इसका जवाब बताते हैं.
बता दें, गुजरात के अहमदाबाद में हुए प्लेन हादसे में तमाम लोगों के साथ पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का भी निधन हो गया है. हालांकि, मौत का आंकड़ा अब तक सामने नहीं आया है. इस दुखद हादसे में विजय रूपाणी के साथ फ्लाइट में 241 लोग सवार थे. इनमें 12 क्रू मेंबर भी शामिल थे. वहीं, इस हादसे के बाद से एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा जिसमें ये बताया जा रहा है कि इस बड़े दुर्घटना में एक शख्स की जान बच गई है. हालांकि, अब तक कोई साफ वजह इस बात की सामने नहीं आई है. फिलहाल शख्स अस्पताल में एडमिट है.
प्लेन की कौन सी सीट होती है सेफ?
इस बड़े हादसे के बाद लोगों के मन में तरह-तरह के सवाल उठ रहे हैं कि क्या विमान में ऐसी कोई स्पेशल सीट होती है, जिस पर बैठने से जान बचने की संभावना अधिक होती है. अक्सर हम सभी ने देखा और सुना होगा कि लोग विंडो वाली टिकट पहले बुक करते हैं क्योंकि इससे वो बाहर का खूबसूरत नजारा देख सकते हैं, लेकिन अगर बात सुरक्षित सीट तो ये सिर्फ और सिर्फ आपातकालीन की स्थिति पर ही निर्भर करता है.
जानकारी के अनुसार, अमेरिका की नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (NTSB) ने 1971 से अब तक हुई 20 प्रमुख विमान दुर्घटनाओं का विश्लेषण किया. इस अध्ययन में यह देखा गया कि किन यात्रियों की जान बची और किन्हें जान गंवानी पड़ी, जिसमें ये पता चला कि जो यात्री फ्लाइट के पिछले हिस्से में बैठे होते हैं उनके जीवित बचने की संभावना अधिक होती है.
Ahmedabad Plane Crash: इतने बड़े हवाई जहाज में किस जगह और कितने लीटर का होता है फ्यूल टैंक?
पिछले हिस्से में बैठे यात्री की जान ज्यादा सुरक्षित
वहीं, टाइम मैगजीन के FAA डेटा के आधार पर भी विमान के पिछले हिस्से में बैठने वाले यात्रियों की मौत की संभावना सबसे कम होती है. ऐसा देखा गया है कि जब विमान की लैंडिंग में गड़बड़ी होती है या हल्का टकराव होता है, तो सबसे ज्यादा असर उसके अगले हिस्से पर पड़ता है. ऐसे में पीछे की सीटें सुरक्षित मानी जाती हैं. हालांकि, हादसे के वक्त कभी भी कुछ भी होने की संभावना है.
एग्जिट-रो वाली लाइन
इसके अलावा विंग के पास की सीटें आमतौर पर इमरजेंसी एग्जिट के करीब होती हैं. ऐसे में यात्री आपातकालीन स्थिति में जल्दी से बचने के लिए इसका इस्तेमाल कर सकते हैं और जान बचने की संभावना यहां हो सकती है. साथ ही एग्जिट-रो यानी बाहर निकलने वाली लाइन में भी बैठने से किसी भी एमरजेंसी स्थिति के दौरान जान बचने की संभावना थोड़ी ज्यादा होती है.
Disclaimer- 'Zee News' इस खबर में दी गई किसी भी तथ्य की पुष्टि नहीं करता है. हमारा मकसद केवल जानकारी देना है.