Nagpur Violence: महाराष्ट्र के नागपुर में भड़की हिंसा को लेकर सियासत तेज हो गई है. इसकी अब आंच दिल्ली तक पहुंच गई है. सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों तरफ से आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है. इसी बीच, AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने भी बयान दिया है. आइए जानते हैं उन्होंने क्या कहा?
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Nagpur Violence: महाराष्ट्र के नागपुर में मुगल बादशाह औरंगजेब की कब्र को लेकर दो गुटों में हिंसक झड़प हो गई. जिसके बाद उपद्रवियों ने 12 बाइक, कई कारें और 1 JCB को आग हवाले कर दिया. साथ ही, पथराव करके सार्वजनिक संपत्ति को भी भारी नुकसान पहुंचाया. वहीं, स्थानीय प्रशासन ने स्थिति को कंट्रोल में लाने के लिए कर्फ्यू और इंटरनेट बंदी जैसे कड़े कदम उठाए हैं. इस बीच, राजनीतिक दलों ने भी इस मुद्दे को लेकर एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप शुरू कर दिए हैं. जिसकी आंच अब दिल्ली तक पहुंच गई है, जहां इस पर तीखी बयानबाजी हो रही है. अब हैदरबाद से सांसद व AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी का भी इसपर बयान आया है.
लोकसभा सदस्य ओवैसी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सबसे ज्यादा भड़काऊ बयान सरकार की तरफ से आ रहे हैं. उन्हें अपनी जिम्मेदारी का अहसास ही नहीं है. इतना ही नहीं, उन्होंने कहा कि यह हिंसा सरकार और खुफिया विभाग की विफलता है.
ओवैसी का बयान
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, 'पिछले कुछ हफ्तों में महाराष्ट्र सरकार के सीएम और दूसरे मंत्री जो बयान दे रहे हैं, उसे देखने की जरूरत है. सबसे ज्यादा भड़काऊ बयान सरकार की तरफ से आ रहे हैं...उन्हें अपनी जिम्मेदारी का अहसास ही नहीं है कि वे मंत्री और सीएम हैं...उन्होंने पूरे महाराष्ट्र में एक कई बादशाह के पुतले जलाए; कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई और उन्हें यह पसंद नहीं आया. इसलिए उन्होंने कपड़े के एक टुकड़े पर कुरान की आयतें लिखीं और उसे जला दिया. जब यह हो रहा था तब हिंदुओं और मुसलमानों ने डीसीपी से शिकायत की...उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की. उसके बाद हिंसा हुई...यह सरकार और खुफिया विभाग की विफलता है.'
3 DCP समेत 33 पुलिसकर्मी हुए घायल
वहीं, आज विधानसभा में बोलते हुए सीएम देवेन्द्र फडणवीस ने कहा कि हिंसा में तीन पुलिस उपायुक्तों समेत 33 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. जबकि एक वरिष्ठ अधिकारी पर कुल्हाड़ी से हमला किया गया. सीएम फडणवीस ने कहा, 'नागपुर के कुछ हिस्सों में सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने के इरादे से लोगों के एक समूह ने योजनाबद्ध तरीके से पुलिस कर्मियों पर हमला किया. तीन डीसीपी समेत 33 पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. पांच नागरिक घायल हुए हैं और उनमें से एक को आईसीयू में भर्ती कराया गया है.'
किसी भी आरोपी को नहीं बख्शा जाएगा: सीएम फडणवीस
मुख्यमंत्री ने उपद्रवियों को चेतावनी देते हुए कहा कि हमले शामिल किसी भी शख्स को बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने कहा, 'पुलिस अधिकारियों पर हमले में शामिल किसी भी शख्स को, चाहे वह किसी भी धार्मिक पहचान का हो, बख्शा नहीं जाएगा. इस दौरान सीएम फडणवीस ने यह भी दावा किया कि भीड़ के पास हथियार थे और कानून-व्यवस्था को बिगाड़ने के इरादे से पत्थरों से भरी एक ट्रॉली इकट्ठी की गई थी.
नागपुर में कर्फ्यू
सोमवार को भड़की हिंसा के बाद नागपुर शहर के कई इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है. वहीं, पुलिस ने दंगे के आरोप में 50 से ज्यादा लोगों को अरेस्ट किया है. इसके अलावा संभाजीनगर में औरंगजेब की कब्र की भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है. कब्र की तरफ जाने वाले रास्तों पर बैरिकेडिंग कर दी गई है और उस तरफ जाने वालों की जांच की जा रही है.