Delhi Cyber Thug Case: एयर टिकट के नाम पर लोगों से ठगी करने वाले जालसाज को दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल की साइबर क्राइम यूनिट (आईएफएसओ) ने गिरफ्तार किया है. जालसाज फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों से ठगी कर रहा था. पकड़े गए आरोपी की पहचान अविरल रावल (33) के रूप में हुई है. आरोपी एमबीए पास है. उसने www.travolook.in के नाम से एक फर्जी वेबसाइट बनाई हुई थी. वेबसाइट के जरिये टिकट बुक कराने वालों से आरोपी रुपये लेने के बाद टिकट न होने का बहाना बनाकर चार-पांच दिनों में पैसे रिफंड होने की बात करता था. लेकिन कभी किसी के रुपये वापस नहीं किए.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

कई लोग हुए ठगी का शिकार


शुरुआती जांच के बाद पुलिस को पता चला कि आरोपी ने अब तक 90 से ज्यादा लोगों को चूना लगाया है. साइबर क्राइम यूनिट पकड़े गए आरोपी से पूछताछ कर मामले की छानबीन कर रही है. स्पेशल सेल के IFSO यूनिट के डीसीपी केपीएस मल्होत्रा के मुताबिक ने मालवीय नगर निवासी योगिंदर सिंह ने आईएफएसओ में ठगी की शिकायत दर्ज कराई थी. पीड़ित ने बताया कि उसने हवाई जहाज के टिकट करवाने के लिए वेबसाइट का सहारा लिया था. 


कम कीमत में एयर टिकट का झांसा


वेबसाइट पर काफी कम कीमत में टिकट दिया जा रहा था. पीड़ित ने वेबसाइट के जरिये टिकट करवा दिए. लेकिन टिकट होने के बाद उसे ईमेल मिला कि किसी वजह से उनका टिकट बुक नहीं हो पाया है. चार से पांच वर्किंग-डे में पैसे वापस अकाउंट में रिफंड हो जाएंगे. योगिंदर ने इंतजार किया, लेकिन रुपये नहीं आए. परेशान होकर उन्होंने मामले की शिकायत पुलिस से की.


आरोपी द्वारका से गिरफ्तार


पुलिस ऑफिसर ने बताया की सबसे पहले उन खातों की जांच की गई जिनमें रकम ‌ट्रांसफर हुई थी. छानबीन से पता चला कि रकम एक अन्य निजी ट्रैवल कंपनी में ट्रांसफर हुई थी. आरोपी ने वेबसाइट को बढ़ावा देने के लिए 'गूगल सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन' भी लिया हुआ है. इसकी मदद से जब भी कोई टिकट करवाने के लिए वेबसाइट की सर्च करेगा तो सबसे ऊपर इसकी ही वेबसाइट दिखाई देगी. छानबीन के बाद पुलिस ने आरोपी को शुक्रवार को सेक्टर-4 द्वारका से गिरफ्तार कर लिया.


फर्जी वेबसाइट से ठगी


पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि वह अब तक देशभर के 90 से अधिक लोगों को चूना लगा चुका है. अविरल ने बताया कि उसने बीबीए करने के बाद एमबीए किया. इसके बाद उसने अपना कारोबार शुरू कर लिया. साल 2017 में उसने अपनी ट्रैवेल कंपनी शुरू कर दी. इसके बाद फर्जी वेबसाइट बनाकर वह ठगी करना शुरू कर दिया.


ये ख़बर आपने पढ़ी देश की नंबर 1 हिंदी वेबसाइट Zeenews.com/Hindi पर