अलर्ट: पाकिस्तान का 'आतंकी' प्लान OUT, कश्मीर में 19 बड़े धमाके की है तैयारी
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अलर्ट: पाकिस्तान का 'आतंकी' प्लान OUT, कश्मीर में 19 बड़े धमाके की है तैयारी

खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक कश्मीर में 237 आतंकवादी सक्रिय हैं. इसमें 166 स्थानीय आतंकी जबकि 107 पाकिस्तानी आतंकी हैं. घाटी में सबसे ज्यादा 112 आतंकी लश्कर ए तैयबा और 100 आतंकी हिज़्बुल मुजाहिद्दीन के हैं.

खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक कश्मीर में 237 आतंकवादी सक्रिय हैं.

नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) से अनुच्छेद 370 हटने के बाद घाटी में फिर आतंकी सक्रिय हो रहे हैं. कश्मीर में आतंकियों को लेकर सुरक्षा एजेंसियों ने बड़ी रिपोर्ट दी है. खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक कश्मीर में 237 आतंकवादी सक्रिय हैं. इसमें 166 स्थानीय आतंकी जबकि 107 पाकिस्तानी आतंकी हैं. घाटी में सबसे ज्यादा 112 आतंकी लश्कर ए तैयबा और 100 आतंकी हिज़्बुल मुजाहिद्दीन के हैं. आतंकी संगठन जैश के 59 और अल बदर ग्रुप के 3 आतंकी सक्रिय हैं. इनमें से 158 आतंकी दक्षिण कश्मीर, 96 आतंकी उत्तरी कश्मीर और मध्य कश्मीर में 19 आतंकी बड़े हमले की साज़िश रच रहे हैं.

कश्मीर से 370 हटने के बाद ये आतंकी घाटी का सौहार्द बिगाड़ने की लगातार साज़िश रच रहे हैं. पाकिस्तान में बैठे इनके आका कश्मीर को दहलाने के लिए इनको दहशतगर्दी का संदेश दे रहे हैं, लेकिन घाटी में आतंक का अंत करने वाली भारतीय सेना इनके नापाक मंसूबे कामयाब नहीं होने देगी. 

पाकिस्तान की 'जिंदा बम' वाली साज़िश
जम्मू कश्मीर के पुंछ में पाकिस्तान ने भारी बमबारी की है. पाकिस्तानी सेना ने रिहायशी इलाकों को निशाना बनाने के लिए बम फेंके हैं. भारतीय सेना ने पाकिस्तान की ओर से दागे गए 9 जिंदा बम को डिफ्यूज़ किया है. बीते दो दिन में मेंढर के बालाकोट सेक्टर में पाकिस्तानी सैनिकों ने भारी गोलाबारी की है. इलाके से कई जिंदा बम बरामद किये गये हैं, जिन्हें एक के बाद डिफ्यूज़ किया गया है. 

पाकिस्तान के पंजाब में आतंकवादी कैंप में प्रशिक्षित किए जा रहे युवा
उधर, भारत की ओर से जम्मू एवं कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा समाप्त करने के बाद पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में आतंकवादी संगठनों ने स्थानीय लोगों की भर्ती शुरू कर दी है. भारतीय सेना के सूत्रों ने बुधवार को इसकी जानकारी दी. सेना के सूत्रों ने खुफिया एजेंसियों के हवाले से कहा है कि पाकिस्तानी सेना द्वारा पिछले 45 दिनों में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के बेहद करीब कई आतंकी लॉन्च पैड सक्रिय किए गए हैं. सुरक्षा एजेंसियों ने कहा कि इन घटनाक्रमों के कारण पाकिस्तान से आतंकी खतरे का अनुमान लगाया जा रहा है, क्योंकि वह जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) में बदले हुए राजनीतिक परिदृश्य को लेकर वह काफी आक्रामक है.

संसद ने पांच अगस्त को संविधान के अनुच्छेद-370 को निरस्त करते हुए जम्मू एवं कश्मीर का विशेष दर्जा वापस ले लिया था. इसके बाद राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया गया. पाकिस्तान कश्मीर घाटी में लगाए गए संचार प्रतिबंधों का हवाला देते हुए भारत पर लगातार मानवाधिकारों के उल्लंघन का आरोप लगा रहा है.

सेना के एक अधिकारी ने कहा कि खुफिया रिपोटरें से पता चलता है कि लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे दो प्रमुख आतंकी संगठनों के दौरा-ए-आम ने पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में प्रशिक्षण गतिविधियों की शुरुआत की है.

सैन्य अधिकारी ने कहा, "ये गतिविधियां पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के मुजफ्फराबाद-मनशेरा-कोटली कलस्टर में की जा रही हैं. बॉर्डर एक्शन टीम (बैट) के कई कमांडो को भी नियंत्रण रेखा के पास ले जाया गया है."

सूत्रों ने कहा कि बैट टीमों को भारत के उरी, केरन, पुंछ, मेंढर और नौशेरा सेक्टरों से लगती जगहों पर ले जाया गया है. ये वही क्षेत्र हैं, जिनमें बैट स्पेशल सर्विसेज ग्रुप के कमांडो भी तैनात हैं.

एक अधिकारी ने बताया, "आतंकी लॉन्च पैड एलओसी से 100 मीटर से लेकर दो कि. मी. की दूरी के बीच सक्रिय हैं. सूत्रों के अनुसार, इन लॉन्च पैड में आतंकवादियों की अनुमानित संख्या लगभग 150 है. विभिन्न अन्य स्रोतों ने हालांकि इनकी संख्या 200 से 240 के बीच बताई है."

सेना के अनुसार, यह आतंकी लॉन्च पैड एलओसी के पास स्थित गुरेज, मचचल, केरन, तंगधार, उरी, पुंछ, नौशेरा, सुंदरबनी, आरएस पुरा, रामगढ़ और कठुआ क्षेत्रों के साथ लगती सीमा पर स्थित हैं.

खुफिया एजेंसियों ने भारतीय सेना को पुष्टि की है कि पीओके के कालीघाटी सेक्टर में अगस्त की शुरुआत में आतंकी संगठनों द्वारा सक्रिय एक संचार केंद्र अभी भी काम कर रहा है.

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