एक बधाई संदेश बनी अलका लांबा के लिए मुसीबत, AAP ने व्हाट्सऐप ग्रुप से किया बाहर
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एक बधाई संदेश बनी अलका लांबा के लिए मुसीबत, AAP ने व्हाट्सऐप ग्रुप से किया बाहर

चांदनी चौक से विधायक अलका लांबा ने दावा किया है की उन्हें आम आदमी पार्टी विधायकों के व्हाट्सऐप ग्रुप से एक बार फिर से हटा दिया गया है. 

केजरीवाल पर भड़कते हुए लांबा ने कहा कि उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए जो बंद कमरे में तमाम फैसले लेते हैं.

नई दिल्ली : लोकसभा चुनावों के बाद एक बार फिर आम आदमी पार्टी के नेताओं के बीच टकराव की स्थितियां पैदा होती हुई नजर आ रही हैं. चांदनी चौक से विधायक अलका लांबा ने दावा किया है की उन्हें आम आदमी पार्टी विधायकों के व्हाट्सऐप ग्रुप से एक बार फिर से हटा दिया गया है. 

नवीन पटनायक को दी थी अलका ने बधाई
अलका लांबा ने दावा किया कि ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को पांचवें कार्यकाल के लिए मिली जीत पर उन्हें बधाई देने की वजह से उन्हें व्हाट्सऐप ग्रुप से हटा दिया गया. अलका के बयान के बाद जब आम आदमी पार्टी के अन्य लोगों ने इसके बारे में बातचीत करने की कोशिश की गई तो वह चुप्पी साधे हुए नजर आए. अलका लांबा ने कहा कि इस तरह का कदम आप नेतृत्व के लिये ठीक नहीं है.

ट्विटर पर शेयर किया स्क्रीनशॉट
व्हाट्सऐप ग्रुप का स्क्रीनशॉट ट्विटर पर साझा करते हुए उन्होंने केजरीवाल की निंदा की और पूछा कि आखिर उन्हें ही क्यों लोकसभा चुनावों में मिली पार्टी की हार का जिम्मेदार ठहराया जा रहा है. इस स्क्रीनशॉट में यह साफ दिख रहा है कि उत्तर पूर्वी दिल्ली से आप के उम्मीदवार रहे दिलीप पांडे ने उन्हें हटाया है. पांडे ने हालांकि इस मामले में कोई जवाब नहीं दिया.

अरविंद केजरीवाल पर भड़की अलका लांबा
केजरीवाल पर भड़कते हुए लांबा ने कहा कि उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए जो बंद कमरे में तमाम फैसले लेते हैं. उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘गुस्सा मुझ पर कुछ यूं निकाला जा रहा है, अकेली मैं ही क्यों? मैं तो पहले दिन से ही यही सब कह रही थी जो आज हार के बाद आप (केजरीवाल) कह रहे हैं, कभी ग्रुप में जोड़ते हो,कभी निकालते हो,बेहतर होता इससे ऊपर उठकर कुछ सोचते, बुलाते,बात करते,गलतियों और कमियों पर चर्चा करते,सुधार कर के आगे बढ़ते.’’ 

दूसरी बार ग्रुप से हटाई गई अलका लांबा
यह दूसरी बार है जब लांबा को ग्रुप से हटाया गया है. इससे पहले उन्हें पिछले साल दिसंबर में ग्रुप से हटाया गया था जब उन्होंने भूतपूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को दिए गए भारत रत्न सम्मान को रद्द करने के पार्टी के प्रस्ताव पर आपत्ति जतायी थी. हालांकि लोकसभा चुनाव प्रचार से पहले उन्हें ग्रुप में शामिल कर लिया गया था.

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