Visa Fraud: एजेंटों की मिलीभगत से ब्लॉक हो रहे थे स्लॉटवीजा अपॉइंटमेंट प्रक्रिया में बिचौलियों और एजेंटों के दखल के कारण आम नागरिकों को समय पर स्लॉट नहीं मिल रहे थे. इसमें असली आवेदकों के लिए स्लॉट्स ब्लॉक किया जा रहा था.
Trending Photos
US visa appointment: वीजा को लेकर नई अमेरिकी सरकार बहुत ही अलर्ट नजर आ रही है. इसी बीच अमेरिका ने भारत में वीजा अपॉइंटमेंट बुकिंग में हो रही धांधली पर एक्शन लिया है. बताया गया कि 2000 से अधिक वीजा अपॉइंटमेंट रद्द कर दिए हैं. अमेरिकी दूतावास ने बुधवार को यह जानकारी दी है कि ये अपॉइंटमेंट बॉट्स की तरफ से बुक किए गए थे. इसमें असली आवेदकों के लिए स्लॉट्स ब्लॉक किया जा रहा था. दूतावास ने इस तरह की गतिविधियों को अपनी पॉलिसी का उल्लंघन बताते हुए दोषी एजेंटों और उनके खातों पर बैन लगाने की भी घोषणा की है.
बिचौलियों और एजेंटों के दखल के कारण
असल में बताया जा रहा है कि एजेंटों की मिलीभगत से ब्लॉक हो रहे थे स्लॉटवीजा अपॉइंटमेंट प्रक्रिया में बिचौलियों और एजेंटों के दखल के कारण आम नागरिकों को समय पर स्लॉट नहीं मिल रहे थे. टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक इसके चलते आवेदकों को मजबूरी में एजेंटों को 30,000-35,000 रुपये तक का भुगतान करना पड़ रहा था. कई लोगों ने बताया कि उन्हें खुद से अपॉइंटमेंट लेने में महीनों लग रहे थे जबकि एजेंटों के माध्यम से महज कुछ दिनों में ही स्लॉट मिल जा रहा था.
एक महीने के भीतर ही अपॉइंटमेंट?
रिपोर्ट्स के मुताबिक वर्तमान में अमेरिकी बिजनेस और टूरिस्ट वीजा (B1/B2) के लिए अपॉइंटमेंट पाने में छह महीने से ज्यादा का समय लग रहा है. लेकिन एजेंटों को मोटी रकम देने पर महज एक महीने के भीतर ही अपॉइंटमेंट मिल जाता है. 2023 में जब B1/B2 वीजा अपॉइंटमेंट की प्रतीक्षा अवधि 999 दिनों तक पहुंच गई थी तब अमेरिका को भारतीय आवेदकों के लिए फ्रैंकफर्ट और बैंकॉक जैसे अन्य देशों में अपॉइंटमेंट खोलने पड़े थे.
बिना एजेंटों की मदद के..
उस दौरान अमेरिका के सामने इस मुद्दे को उठाया गया था जिसके बाद अमेरिका ने वीजा प्रक्रिया को सुचारु करने के लिए कई कदम उठाए. फिलहाल अब अमेरिकी दूतावास की कार्रवाई से उम्मीद है कि वीजा अपॉइंटमेंट प्रक्रिया अधिक पारदर्शी होगी और आम नागरिकों को बिना एजेंटों की मदद के सीधे स्लॉट मिल सकेंगे.