महाराष्ट्र पर अमित शाह ने तोड़ी चुप्पी, बोले- सोनिया और शरद पवार ने सत्ता के लिए की सौदेबाजी
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महाराष्ट्र पर अमित शाह ने तोड़ी चुप्पी, बोले- सोनिया और शरद पवार ने सत्ता के लिए की सौदेबाजी

अमित शाह ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और एनसीपी प्रमुख शरद पवार पर आरोप लगाया है कि इन दोनों ने महाराष्ट्र में सरकार गठन के लिए सौदेबाजी की. 

महाराष्ट्र प्रकरण पर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह का बयान आया है.

नई दिल्ली: महाराष्ट्र में शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और कांग्रेस के महा अघाड़ी विकास गठबंधन की बनने जा रही सरकार पर गृहमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह (Amit Shah) ने सवाल उठाए हैं. अमित शाह (Amit Shah) ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और एनसीपी प्रमुख शरद पवार पर आरोप लगाया है कि इन दोनों ने महाराष्ट्र में सरकार गठन के लिए सौदेबाजी की. उन्होंने आरोप लगाया कि 56 सीटें हासिल करने वाली शिवसेना को मुख्यमंत्री का पद ऑफर करके उनसे समर्थन हासिल किया है. शाह ने कहा कि ये राजनीतिक सौदेबाजी नहीं तो क्या है.

अमित शाह (Amit Shah) ने कहा, 'मुख्यमंत्री पद का लालच देकर समर्थन लेना खरीद फरोख्त नहीं है क्या? मैं शरद पवार और सोनिया गांधी को कहता हूं कि एक बार बोलकर देखें की मुख्यमंत्री उनका होगा और फिर शिवसेना का समर्थन लें. लगभग 100 सीटों वाला गठबंधन 56 सीट वाली पार्टी को मुख्यमंत्री पद दे रहा है ये खरीद फरोख्त ही है. शिवसेना के सभी विधायक हमारे साथ लड़कर ही चुनाव जीतें हैं.'

शाह ने कहा कि उनका एक भी विधायक ऐसा नहीं है जिसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पोस्टर ना लगाया हो. उनकी विधानसभाओं में बीजेपी की विधानसभाओं से भी बड़े कटआउट्स पीएम मोदी के लगे थे. क्या ये सब देश और महाराष्ट्र की जनता नहीं जानती है? मैं पुनः स्पष्ट करता हूं कि हमने शिवसेना को मुख्यमंत्री पद का कोई आश्वासन कभी नहीं दिया. हमने हर बार यहां तक कि जिन सभाओं में आदित्य ठाकरे या उद्धव ठाकरे हमारे साथ स्टेज पर थे हमने वहां भी कहा कि देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनेंगे, तब इन्होंने क्यों विरोध नहीं किया?

शाह यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि शिवसेना और बीजेपी गठबंधन में चुनाव में उतरी थी. महाराष्ट्र की जनता ने दोनों पार्टियों को समर्थन दिया था, लेकिन जब सरकार बनाने की बारी आई तो इन्होंने गठबंधन तोड़ दिया और विपरीत विचारधार वाली पार्टियों से हाथ मिला लिया. जब अजित पवार ने बीजेपी का समर्थन कर दिया तो लोग इस पर हायतौबा मचाने लगे. जबकि असली अनैतिक फैसला तो शिवसेना ने किया है, जिसपर कोई सवाल ही नहीं उठा रहा है. महाराष्ट्र की जनता सब समझ रही है.

महाराष्ट्र में बीजेपी का 'ऑपरेशन कमल' असफल
महाराष्ट्र में रातोरात राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) नेता अजित पवार से 'डील' कर बीजेपी की सरकार तो बन गई, मगर शक्ति-परीक्षण (फ्लोर टेस्ट) से पहले ही मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री अजित पवार मैदान छोड़कर चले गए.

सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को उन्हें बुधवार को शाम पांच बजे बहुमत साबित करने का आदेश दिया, लेकिन उन्होंने असमर्थता जताते हुए इस्तीफा दे दिया. इससे न बीजेपी का 'ऑपरेशन कमल' सफल हुआ और न ही अजित पवार का विधायकों को लाने का दावा.

बहुमत का 'जुगाड़' न होता देख आखिरकार फडणवीस ने मंगलवार की शाम साढ़े तीन बजे प्रेस वार्ता कर इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया. फडणवीस से दो घंटे पहले अजित पवार ने इस्तीफा दिया. कुल मिलाकर अजित पवार 78 और देवेंद्र फडणवीस 80 घंटे ही मुख्यमंत्री रह पाए.

शनिवार की सुबह आठ बजे अचानक जब अजित पवार और देवेंद्र फडणवीस ने शपथ ली थी तो इसे बीजेपी खेमे की ओर से 'बड़ा मास्टर स्ट्रोक' के रूप में प्रचारित किया गया. सोशल मीडिया पर भी बीजेपी समर्थकों की ओर से इस 'महाउलटफेर' नाम देकर तारीफों के पुल बांधे गए. मगर, जैसे ही शरद पवार ने ट्वीट कर सरकार में शामिल होने को अजित पवार का निजी फैसला बताकर एनसीपी को इससे अलग कर लिया, उसके बाद से सियासी घटनाक्रम हर घंटे-दो घंटे पर बदलने लगा.

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उद्धव चुने गए 'महा विकास अघाड़ी' के नेता, बनेंगे मुख्यमंत्री
मालूम हो कि शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री बनने का मार्ग प्रशस्त करते हुए 'महा विकास अघाड़ी' ने मंगलवार शाम उन्हें सर्वसम्मति से अपना नेता चुन लिया. उद्धव ठाकरे का नाम राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बालासाहेब थोरात ने यहां 'महा विकास अगाड़ी' की सभी दलों की बैठक में प्रस्तावित किया.

इस अवसर पर एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार, समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अबू आसिम आजमी, स्वाभिमानी शेतकारी संगठन के अध्यक्ष राजू शेट्टी और शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के अन्य शीर्ष नेता मौजूद रहे. संकेतों के अनुसार, 'महा विकास अगाड़ी' गठबंधन मंगलवार रात राज्यपाल के पास महाराष्ट्र में सरकार बनाने का दावा पेश कर सकता है.

गौरतलब है कि मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने फडणवीस सरकार को बुधवार शाम पांच बजे तक विधानसभा के पटल पर बहुमत सिद्ध करने का निर्देश जारी किया था. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता देवेंद्र फडणवीस ने समर्थन जुटाने में असमर्थता जताते हुए शक्ति-परीक्षण से पहले ही मुख्मयंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. उनसे पहले एनसीपी में वापस लौटे 'बागी' नेता अजित पवार ने भी उप-मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया.

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